Sanjeev Jeeva हत्या मामले में इन सवालों का पुलिस को चाहिए जवाब
गैंगस्टर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की हत्या के आरोपित विजय यादव की कोर्ट ने 15 जून की सुबह 10 से 17 जून की शाम पांच बजे तक रिमाण्ड स्वीकृत की है।
Sandesh Wahak Digital Desk: गैंगस्टर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की हत्या के आरोपित विजय यादव की कोर्ट ने 15 जून की सुबह 10 से 17 जून की शाम पांच बजे तक रिमाण्ड स्वीकृत की है। रिमांड के दौरान पुलिस कोशिश करेगी कि अनसुलझे सवालों के जवाब उससे उगलवा सके। सबसे मुख्य बात यह पता हो सके कि किसके इशारे पर उसने वारदात को अंजाम दिया। मुख्य साजिशकर्ता आखिर कौन है? पुलिस अधिकारियों के अलावा विवेचना कर रही टीमें जीवा से पूछताछ करेंगी।
इंस्पेक्टर वजीरगंज विवेचक मनोज मिश्रा की अर्जी पर स्पेशल सीजेएम कस्टम साक्षी गर्ग ने आरोपी विजय को कोर्ट में तलब किया था। बुधवार शाम को आरोपी विजय को भारी सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसकी रिमाण्ड मंजूर कर ली गई। पुलिस ने उससे कई तथ्य उजागर करने की बात कहकर पांच दिन की रिमाण्ड मांगी थी।
इससे पहले सोमवार को पुलिस ने विजय की रिमाण्ड लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। अर्जी में लिखा था कि विजय ने मुंगेर से असलहा लाने की बात कही थी। साथ ही नेपाल में असलम नाम के युवक से जीवा को मारने की 20 लाख रुपये की सुपारी ली थी। इसके बाद पुलिस इस हत्याकाण्ड से जुड़ी कई जानकारियां जुटाने में लगी हुई है।
बुधवार को रिमांड अर्जी की सुनवाई से पहले कोर्ट को छावनी में तब्दील कर दिया गया। कोर्ट में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की गई। इसी दौरान शाम करीब साढ़े चार बजे जिला जेल से अभिरक्षा में आरोपी बंदी विजय को लेकर पुलिस कोर्ट परिसर पहुंची। उसे कड़ी सुरक्षा में पुलिस वाहन से उतारा गया। फिर चारों ओर घेरा बनाकर उसे कोर्ट रूम तक ले जाया गया। घटना के दिन वकीलों ने उसे पकड़ कर काफी पीट दिया था। पुलिस को यह आशंका भी थी कि उस पर वकील फिर हमला कर सकते हैं।
कोर्ट ने निर्देश दिया कि रिमांड के दौरान तथा बरामद सामान की वीडियोग्राफी करवाकर कोर्ट में पेश करेंगे। कोर्ट ने एक और शर्त जोड़ते हुए कहा की यदि आरोपी चाहे तो वह अपना वकील इस रिमांड के दौरान एक निश्चित दूरी पर रख सकता है, हालांकि वकील किसी भी प्रकार से विवेचना में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
इन सवालों का पुलिस को चाहिए जवाब
- आखिर कौन है मुख्य साजिशकर्ता ?
- संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) के पेशी पर आने की मुखबिरी किसने की?
- संजीव का हमलावर से कनेक्शन और वजह क्या थी?
- शूटर विजय को रिवाल्वर किसने और कहां मुहैया कराई?
- शूटर विजय को कोर्ट तक पहुंचाने वाला कौन है?
- क्या हमलावर अकेला था या और भी लोग बैकअप में थे?
- मुंबई, जौनपुर और लखनऊ के बीच क्या कनेक्शन है?
- लखनऊ कब और कैसे आया, कहां रुका?
- वकील की ड्रेस किसने दी, कहां बदली?
- क्या संजीव जीवा को पहले से जानते थे?
- हत्या में सुपारी किसने, कब और कहां दी थी?
- एडवांस कितना मिला, असलम कौन है?
- काठमांडू कैसे गए, कौन मिला और कहां मिला?
- नेपाल में कथित असलम से कैसे मुलाकात हुई?
- नेपाली सिम, मोबाइल किसने मुहैया कराया था?
- 7 जून से पहले क्या जीवा को मारने का प्रयास किया था?
- वारदात की साजिश कब रची गई थी?
बहराइच, जौनपुर, बिहार और मुंबई ले जा सकती है पुलिस
आरोपी शूटर विजय जौनपुर का रहने वाला है। उससे पूछताछ में सामने आया था कि वह तीन साल तक मुंबई में रहा। बहराइच के रास्ते लखनऊ पहुंचा और बिहार के मुंगेर से उसने रिवाल्वर ली थी। इसलिए रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी को इन शहरों में ले जाकर पूछताछ कर सकती है। पुलिस पूर्व में दिए गए बयान और जो अब वह बताएगा उसकी भी तस्दीक पुलिस करेगी।
यह हुई थी घटना
7 जून एससीएसटी कोर्ट के भीतर पेशी पर आए संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा (Sanjeev Maheshwari aka Jeeva) को गोलियों से भून दिया गया था। मौके से शूटर विजय यादव उर्फ आनंद को पकड़ा गया था। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद उसको कोर्ट में पेश किया था। जहां से वह जेल भेजा गया था। संजीव दस पुलिसकर्मियों की अभिरक्षा में कोर्ट लाया गया था।
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