ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने 2 साल में गटका 71 लाख का चाय-नाश्ता
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने आम बैठक और किसानों के नाम पर हुई बैठक में दो साल में 71 लाख रुपये की चाय-नाश्ता गटक लिए और इसका खुलासा आरटीआई (RTI) के एक जवाब में हुआ है।
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश के अधिकारी सरकारी पैसे पर किस कदर ऐश करते हैं इसका ताजा मामला आपको हैरान कर देगा। लॉकडाउन (Lockdown) के समय एक तरफ देश में हर छोटी बड़ी चीजों के लिए मारामारी थी लेकिन ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा। मामला ये है कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने आम बैठक और किसानों के नाम पर हुई बैठक में दो साल में 71 लाख रुपये की चाय-नाश्ता गटक लिए और इसका खुलासा आरटीआई (RTI) के एक जवाब में हुआ है।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने आरटीआई के जवाब में बताया कि यह बिल क्षेत्रीय बैठकों और किसानों की बैठकों के दौरान आया है। एक महीने में सबसे ज्यादा बिल करीब पौने चार लाख यानी 3,84,746 रुपये का बनाया गया है। चाय नाश्ते के बिल का ब्योरा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने आरटीआई के जवाब में दिया है।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने जवाब में बताया कि कार्यालय में शासन की बैठक, समीक्षा बैठक, क्षेत्रीय किसानों के साथ बैठकों और अन्य बैठकों में जलपान चाय-नाश्ते के दौरान खर्चा हुआ है।
दिसंबर 2021 में आया सर्वाधिक बिल
बता दें, बिल का ब्यौरा हर महीने का सामने आया है। अप्रैल और मई महीने में भी 2 -2 लाख रुपये का बिल आया है। अप्रैल में 1 लाख 74 से ज्यादा का बिल है, वहीं मई का 2 लाख 28 हजार से ज्यादा का बिल आया है। सर्वाधिक बिल दिसंबर 2021 का है। 21 दिसंबर 2021 को सबसे ज्यादा 3,84,746 रुपये का बिल बना है।
मुख्यमंत्री कार्यालय में होगी शिकायत
आरटीआई (Right to Information) के जवाब में लॉकडाउन अवधि (Lockdown Period) में भी अधिकारी करीब-करीब 2-2 लाख रुपये की चाय नाश्ता डकार गए। अप्रैल 2020 से जून 2022 तक का ब्यौरा दिया गया है। आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि मामले में घपलेबाजी की गई है। लिहाजा इसकी शिकायत लोकायुक्त और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी करेंगे।
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