उत्तर काशी सुरंग हादसा: 5 दिन गुजरे, 40 श्रमिकों की तबियत बिगड़ना शुरू

देहरादून से दिल्ली तक अफसरों की उच्च स्तरीय बैठकों के बावजूद नतीजा शून्य

Sandesh Wahak Digital Desk : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे को करीब 5 दिन का समय बीत चुका है। घटनास्थल के बाहर बाकी के मजदूर साथियों और परिजन के सब्र का बांध टूट रहा है। देहरादून से दिल्ली तक अधिकारियों की हाई लेवल बैठक भी जारी है।

देशवासियों की जुबान पर प्रार्थना हैं। लेकिन वे 40 मजदूर जो अंदर जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं, उन्होंने धैर्य बनाए रखा है। हालांकि मजदूरों को सिरदर्द और उल्टी की शिकायतें होने से दिक्कत हो रही है। सुरंग के बाहर युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों ने वहां पर तैनात डॉक्टर्स को भी स्पष्ट निर्देश दिया है कि अंदर फंसे लोगों के स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान रखा जाए।

उत्तरकाशी के सीएमओ आरसीएस पंवार ने मीडिया से जानकरी देते हुए बताया कि अंदर फंसे कुछ लोगों ने सिरदर्द और मिचली आने की समस्या बताई है। उनकी मदद के लिए ग्लूकोज़, मल्टिविटामिन, ड्राई फ्रूट्स, जरूरी दवाओं को छह इंच के पाइप के जरिए पहुंचाया जा रहा है।

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में भूस्खलन हो गया, जिसकी वजह से करीब 40 लोग घटना स्थल के अंदर फंस गए। दिल्ली से विमानों के जरिए एक भारी ऑगर मशीन चिन्यालीसौड़ लाई गई। इस मशील के आने के बाद श्रमिकों के रेस्क्यू का मिशन तेज होने की उम्मीद की जा रही है।

श्रमिकों को निकालने के लिए सभी प्रयास जारी : केंद्रीय मंत्री

उत्तरकाशी। केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि सिलक्यारा सुरंग में पिछले चार दिनों से फंसे 40 श्रमिकों को जल्द और सकुशल बाहर निकालने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन बचाव अभियान में दो- तीन दिन और लग सकते हैं। सिलक्यारा पहुंचकर बचाव कार्यों का निरीक्षण करने के बाद सिंह ने संवाददाताओं को बताया, हमारी कोशिश है कि (मजदूरों को निकालने का) यह कार्य दो-तीन दिन में पूरा हो जाए। यह जल्दी भी हो सकता है लेकिन हम अधिक समयसीमा रख रहे हैं, क्योंकि अगर कोई रूकावट आ जाए तो उसे भी दूर किया जा सके।

उन्होंने कहा, हमारी प्राथमिकता है कि वे सुरक्षित रहें। हमारी प्राथमिकता है कि हम उन्हें जल्दी से जल्दी बाहर निकालें । इसके लिए सब तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि उन्होंने सुरंग में फंसे श्रमिकों से बातचीत की है । उन्होंने कहा कि वे सभी सकुशल हैं और उनका मनोबल ऊंचा है। उन्होंने कहा कि मजदूर सुरंग के ढहे हुए हिस्से और दो किलोमीटर लंबे इलाके के बीच फंसे हुए हैं जहां ऑक्सीजन, बिजली, पानी और खाने की लगातार आपूर्ति की जा रही है।

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