हिंदी और अन्य भाषाओं के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं, वे सखियां हैं: अमित शाह

Sandesh Wahak Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि राजभाषा हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि वे सखियां हैं और एक-दूसरे की पूरक हैं।

शाह ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संविधान सभा की भावना यह थी कि देश के सभी नागरिकों को एक-दूसरे के साथ किसी भारतीय भाषा में संवाद करना चाहिए, चाहे वह हिंदी हो, तमिल हो, तेलुगु हो, मलयालम हो या गुजराती हो। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा हिंदी को मजबूत करने से ये सभी भाषाएं भी लचीली एवं समृद्ध बनेंगी तथा एकीकरण किए जाने पर ये सभी भाषाएं हमारी संस्कृति, इतिहास, साहित्य, व्याकरण और संस्कार को भी आगे ले जाएंगी।

देश इस साल राजभाषा की हीरक जयंती मनाने जा रहा

गृहमंत्री ने कहा कि इस वर्ष हिंदी दिवस सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को संघ की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया था और तब से 75 साल हो गए हैं। देश इस साल राजभाषा की हीरक जयंती मनाने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि एन गोपालस्वामी आयंगर और के एम मुंशी के नेतृत्व में गठित समिति ने हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता देने और हिंदी एवं हमारी सभी अन्य भाषाओं को मजबूती देने के लिए संविधान सभा को एक रिपोर्ट पेश की थी। शाह ने कहा ये दोनों नेता गैर-हिंदी भाषी क्षेत्रों से थे। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्ष में हिंदी और स्थानीय भाषाओं को मजबूत करने के लिए काफी काम किया गया है।

शाह ने कहा कि राजभाषा विभाग हिंदी से आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं में अनुवाद के लिए एक पोर्टल भी ला रहा है, जिसके माध्यम से कृत्रिम मेधा का उपयोग करके बहुत ही कम समय में किसी भी पत्र या भाषण का सभी भाषाओं में अनुवाद किया जा सकेगा।

शाह ने की देशवासियों से की अपील

गृह मंत्री ने कहा कि इससे हिंदी और स्थानीय भाषाएं बहुत मजबूत होंगी। उन्होंने कहा हमारी भाषाएं दुनिया की सबसे समृद्ध भाषाओं में से हैं। हिंदी हमें और हमारी सभी भाषाओं को जोड़ती है। शाह ने सभी देशवासियों से अपील की कि वे हिंदी दिवस पर हिंदी एवं स्थानीय भाषाओं को मजबूत बनाने का संकल्प लें और राजभाषा विभाग के इस कार्य में सहयोग दें।

इससे पहले, शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा समस्त देशवासियों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने कहा सभी भारतीय भाषाएं हमारा गौरव भी हैं और विरासत भी, जिन्हें समृद्ध किये बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते। राजभाषा हिंदी का हर भारतीय भाषा के साथ अटूट रिश्ता है। इस साल हिंदी भाषा ने देश की राजभाषा के रूप में जनसंवाद व राष्ट्रीय एकता के 75 वर्ष पूरे किए हैं।

शाह ने कहा मुझे विश्वास है कि सभी भारतीय भाषाओं को एक साथ लेकर राजभाषा हिंदी विकसित भारत के संकल्प को चरितार्थ करने की दिशा में निरंतर अपना योगदान देती रहेगी।

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