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संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा (BJP) को घेरने व विपक्ष को राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट करने की कवायद तेज हो रही है। इस मुहिम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge), बिहार के सीएम नीतीश कुमार और शरद पवार नए केंद्रबिंदु बनकर उभरे हैं, लेकिन इस कोशिश में उनके सामने कई अड़चने और चुनातियां हैं।
इस बीच सूत्रों के हवाले से राजनीतिक गलियारों से एक बड़ी खबर सामने आई हुई। दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी से इस सप्ताह की शुरुआत में कोलकाता में मुलाकात कर सकते हैं। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि नीतीश के सोमवार या मंगलवार को राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ स्थित ममता बनर्जी के कार्यालय में उनसे मिलने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेता 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha Elections) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने की रणनीति पर बंद कमरे में चर्चा कर सकते हैं।
आपको बता दें कि ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ पिछले महीने इसी तरह की बैठकें की थीं।
आसान नहीं है ये मुश्किल डगर
दरअसल, विपक्ष के सामने एकजुटता की चुनौती (solidarity challenge) उन राज्यों में ज्यादा है, जहां वो एक दूसरे के सामने खड़े हैं, जैसे केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF और लेफ्ट की LDF, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और लेफ्ट-कांग्रेस, दिल्ली में कांग्रेस और AAP और उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस और बसपा।
विपक्ष से निपटने के लिए BJP भी तैयार!
देश में लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों (Political parties) की तैयारियां शुरू हो गई है। लोकसभा चुनाव में जहां एक तरफ भाजपा (BJP) अपनी जीत का एक भी मौका नहीं गंवाना चाहती तो वहीं विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार (Government led by Narendra Modi) को हटाने की कोशिश लगातार कर रहा है। वहीं, कई अन्य नेताओं का मानना है कि कांग्रेस लोगों तक पहुंचने के लिए अपने स्वयं के अभियानों की शुरुआत कर रही है।