NHAI: एनएचएआई अफसरों ने फिर पीएनसी कंपनी पर दिखाई दरियादिली

तीन हजार करोड़ के लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट में सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ का मामला

Sandesh Wahak Digital Desk: लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे तीन हजार करोड़ का एक अहम प्रोजेक्ट है। इसके बावजूद सुरक्षा मानकों को कार्यदायी संस्था पीएनसी इंफ्रा ने मानो ताख पर रख दिया है।

एक दिन पहले ही लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य के दौरान मोनोपोल जिस अंदाज में गिरा था। उससे कई लोगों की जानें भी जा सकती थी। इसमें आर्यवंश प्राइवेट की लापरवाही प्रारंभिक जांच में अफसरों ने पाई। लगता है यहां भी पीएनसी इंफ्रा कम्पनी ने मध्यप्रदेश की तर्ज पर यूपी एनएचएआई के अफसरों को खरीद लिया है।

पीएनसी पर एनएचएआई ने हजारों करोड़ के ठेकों की दिखाई दरियादिली

एनएचएआई की मेहरबानी का ये पहला मामला नहीं है, तभी बीते वर्षों में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के बावजूद भाजपा के राज्यसभा सांसद और आगरा के पूर्व मेयर नवीन जैन के परिवार से जुड़ी पीएनसी पर एनएचएआई ने हजारों करोड़ के ठेकों की दरियादिली दिखाई है।

पीएनसी के ऊपर कई हाइवे ठेकों के दौरान गंभीर आरोप लगे हैं। इसके बावजूद ठेके मिलने की रफ्तार में कमी नहीं आयी। बख्शी का तालाब स्थित वायुसेना स्टेशन के रनवे के निर्माण के डेढ़ सौ करोड़ के ठेके में घोटाले की आशंका पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी पीएनसी को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का हजारों करोड़ का ठेका दिया।

पीएनसी पर कभी आंच नहीं आयी

दस जिलों में अरबों के भूमि खरीद घोटाले की नींव रख दी गयी। जिसकी जांच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर कानपुर ईओडब्ल्यू को थमाई गयी। जांच रिपोर्ट शासन में धूल फांक रही है। एक्सप्रेसवे की मिटटी धंसने से उसमें समाई कार ने भी सुर्खियां बटोरी थी। पीएनसी पर कभी आंच नहीं आयी।

कुछ समय पहले सीबीआई ने मध्यप्रदेश के घूसकांड में आगरा में पीएनसी के कर्ताधर्ताओं के ठिकानों पर छापे मारे थे। सीबीआई ने झांसी-खजुराहो हाईवे प्रोजेक्ट के डायरेक्टर पुरुषोत्तम चौधरी और पांच पीएनसी कर्मियों को गिरफ्तार भी किया। हाइवे निर्माण में घूसखोरी पर भाजपा सांसद नवीन जैन के भाई व डायरेक्टर योगेश जैन के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है।

पीएनसी कम्पनी के ऊपर अवैध खनन कराने के गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के एटा-कासगंज फोरलेन पर पीएनसी कंपनी ने सरकारी संपत्ति में दर्ज स्थानों से करोड़ों की मिटटी काटी थी।

एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य रुका, रोड सेफ्टी एक्सपर्ट हटे

लापरवाही उजागर होने के बाद एनएचएआई ने लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से अगले आदेशों तक रोक दिया है। साथ ही पीएनसी को निर्देश दिए हैं कि पहले सुरक्षा मानकों का पालन करें, उसके बाद काम शुरू करें। कंसल्टेंट थीम इंजीनियरिंग के रोड सेफ्टी एक्सपर्ट अनिल शर्मा को दोषी मानते हुए एनएचएआई ने गुरुवार को निकालने के निर्देश दिए हैं। वहीं टीम लीडर को चेतावनी पत्र जारी किया गया है। गुरुवार के दिन एक्सप्रेस-वें पर गर्डर, बीम रखने व अन्य निर्माण कार्य भी बंद रहे।

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