New President of BJP: नए मुखिया की तलाश, सांगठनिक ढांचे को मजबूत करेगी भाजपा
17 अगस्त को पार्टी के खेवनहारों की अहम बैठक, नड्डा के बाद किसे सौंपी जाएगी कार्यकारी अध्यक्ष की कमान
Sandesh Wahak Digital Desk/Manish Srivastava: लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहने से शीर्ष नेतृत्व पर कई सवाल खड़े होने के साथ ही विपक्ष ने खूब तंज भी कसे थे। जिसके बाद अब भाजपा देश भर में संगठन के कील कांटे पूरी तरह दुरुस्त करने के मूड में है। जिसका आगाज भाजपा में संगठनात्मक चुनाव से हो सकता है। इसमें बूथों, मंडलों, जिलों और राज्यों में नई समितियों के गठन को शामिल किया जाना शामिल है।
17 अगस्त को पार्टी की बड़ी बैठक
भाजपा की आस नए राष्ट्रीय अध्यक्ष (New President of BJP) पर भी टिकी है। जिसकी तलाश समेत कई जरूरी मुद्दों के लिए 17 अगस्त को दिल्ली में भाजपा के खेवनहारों की बड़ी बैठक होने जा रही है। इसके लिए भाजपा ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के जिम्मेदारों ने भी दो दिन पहले मंथन किया है।
दरअसल भाजपा देश भर में सदस्यों की संख्या तेजी से बढ़ाना चाहती है। जिसके लिए व्यापक स्तर पर सदस्यता अभियान चलेगा। इसके लिए शनिवार को दिल्ली में होने जा रही बैठक में मुहर लगने की उम्मीद है। सूत्रों की माने तो भाजपा नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पर औपचारिक रूप से आम सहमति से पहले पार्टी के संचालन के लिए कार्यकारी अध्यक्ष को चुनना चाहती है। हालांकि इस मुद्दे पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अहम जिम्मेदारी संभाल रहे जेपी नड्डा
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के अलावा तमाम राज्यों में पार्टी संगठन के प्रभारी महासचिव और प्रदेशों के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा अब मोदी सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अहम जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इस लिहाज से पार्टी की ‘एक व्यक्ति एक पद’ की परंपरा के तहत उनकी जगह किसी और को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के प्रबल संकेत हैं।
नड्डा को पहली बार जून 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उन्हें औपचारिक रूप से जनवरी 2020 में अध्यक्ष चुना गया था। भाजपा के अध्यक्ष पारंपरिक रूप से आम सहमति से चुने जाते रहे हैं। नए अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा पार्टी में सदस्यता अभियान को धार देने के मूड में है। जिसमें उत्तर प्रदेश की भूमिका अहम रहेगी। लोकसभा चुनाव में मेहनत करने वाले भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को उत्तर प्रदेश के तमाम आयोगों में खाली पदों पर समायोजित किया जाना है। इस पर भी चर्चा के संकेत है।
कई भाजपा नेताओं संग RSS के पदाधिकारियों की बैठक
इस बार भाजपा आरएसएस से किसी भी प्रकार की खटपट के मूड में नहीं है। इसलिए नए भाजपा अध्यक्ष के चुनाव से पहले आरएसएस नेतृत्व से भी मंथन किया गया है। इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा शाह और नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने रविवार को आरएसएस के पदाधिकारियों से मुलाकात की। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित कुछ अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी बैठक में मौजूद थे। भाजपा अध्यक्ष के चयन में आरएसएस की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। वहीं राष्ट्र प्रेम की अलख समेत बांग्लादेश मुद्दे पर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है।
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