Kanpur : सोलंकी परिवार की राजनीतिक विरासत संभालेंगी नसीम सोलंकी, अखिलेश ने सीसामऊ से बनाया प्रत्याशी
UP Vidhansabha By Elections : यूपी के कानपुर की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। बुधवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सीसामऊ सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उनके नाम पर मुहर पहले ही लगा दी थी। नमीम के कंधों पर सोलंकी परिवार की राजनीतिक विरासत संभालने की जिम्मेदारी है। नसीम के चुनावी मैदान में उतारने से बीजेपी की राह आसान नहीं रही है।
पूर्व विधायक हाजी मुश्ताक सोलंकी की बहु और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को सपा ने सीसामऊ सीट से उतारा है। इरफान सोलंकी सीसामऊ सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने थे।
लेकिन जाजमऊ आगजनी मामले में कोर्ट ने उन्हें 7 साल की सजा सुनाई थी। जिसकी वजह से उनकी विधायकी चली गई थी। सीसामऊ में उपचुनाव होने जा रहे हैं, ऐसे में नसीम सोलंकी पति की जीत को बरकरार रखना चाहती हैं।
पत्नी नसीम सोलंकी ने संभाला मोर्चा
नसीम सोलंकी घरेलु महिला हैं, लेकिन उनकी शादी राजनीतिक घराने में हुई थी। नसीम सोलंकी को कभी भी किसी राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं देखा गया। उनपर बच्चों और घर को संभालने की जिम्मेदारी थी।
लेकिन सात नवंबर 2022 में हुए आगजनी मामले में इरफान सोलंकी को जेल जाना पड़ा। इसके बाद घर, परिवार, बच्चों की पढ़ाई, कोर्ट-कचहरी और कानपुर से लेकर महराजगंज जेल तक नसीम सोलंकी ने ही मोर्चा संभाला है।
सपा मुखिया ने चला दांव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाकर बड़ा राजनीतिक दांव चला है। सीसामऊ सीट पर 45 फीसदी मुस्लिम वोटर है। यह मुस्लिम वोटर पूरी तरह से सपा के साथ खड़ा है। इसके साथ ही इरफान की पत्नी को सहानभूति का भी लाभ मिलने वाला है।
वहीं, बीजेपी ने सीसामऊ सीट पर पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी ने इस सीट पर प्रतिष्ठा भी फंसा रखी है। सीसामऊ में पिछले कई दशक से कमल नहीं खिला है।
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