नासा का चंद्रमा मिशन फिर हुआ असफल, 2027 तक टल सकता है इंसानों का चांद पर कदम

Sandesh Wahak Digital Desk: इंसानों की चांद पर पहुंचने की हसरत एक बार फिर अधूरी रह गई है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इंसानों को चंद्रमा की सतह पर भेजने के लिए चल रहे अपने महत्वाकांक्षी ‘आर्टेमिस’ मिशन में फिर से विफलता का सामना किया है। यह मिशन अब और देरी से पूरा होगा। नासा के अधिकारियों ने गुरुवार को घोषणा की कि अगला आर्टेमिस मिशन अप्रैल 2026 तक के लिए टाल दिया गया है, जबकि तीसरा मिशन, जो इंसानों को चांद की सतह पर भेजने के लिए था, अब 2027 से पहले संभव नहीं है।

नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने बताया कि ‘आर्टेमिस’ कार्यक्रम के तहत अगले चरण में चार अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की कक्षा में भेजा जाएगा और सुरक्षित रूप से वापस लाया जाएगा। हालांकि, इस मिशन की तकनीकी जटिलताओं और समय सीमा को लेकर चुनौतियों के कारण इसे एक बार फिर आगे बढ़ा दिया गया है।

50 साल बाद भी अधूरी चंद्रमा पर इंसान भेजने की चाहत

आखिरी बार 1972 में नासा के अपोलो मिशन के दौरान इंसानों ने चांद पर कदम रखा था। इसके बाद से नासा कई बार चंद्रमा पर फिर से मानव मिशन भेजने की कोशिश कर चुका है, लेकिन तकनीकी दिक्कतों और वित्तीय चुनौतियों के कारण हर बार इसे देरी का सामना करना पड़ा है। आर्टेमिस-III मिशन, जिसमें दो अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की सतह पर उतरने की योजना थी, अब 2027 तक के लिए टल गया है।

आर्टेमिस मिशन से जुड़ी उम्मीदें बरकरार

बिल नेल्सन ने भरोसा जताया कि देरी के बावजूद नासा का आर्टेमिस कार्यक्रम इंसानों को चांद पर दोबारा भेजने का सपना जरूर पूरा करेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस मिशन के सफल होने पर चंद्रमा पर मानव बस्तियों की संभावना मजबूत होगी।

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