Ayodhya: हनुमागढ़ी मंदिर में नागा साधु की निर्मम हत्या, गले पर मिला गहरा निशान, जांच में जुटी पुलिस
Naga Sadhu Murder: यूपी के अयोध्या (Ayodhya) से हत्या का मामला समाने आया है. यहां के थाना राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) के कटरा चौकी क्षेत्र में स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर (Hanumangarhi Temple) में एक नागा साधु (Naga Sadhu) की गला दबाकर हत्या की गई है. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. वहीं, अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार और एसएसपी राज करण नैय्यर भी मौके पर मौजूद हैं. फिलहाल, कोई धारदार हथियार बरामद नहीं हुआ है. आश्रम में फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है.
मृतक नागा साधु का नाम राम सहारे दास था. वो हनुमागढ़ी की बसंतिया पट्टी के संत दुर्बल दास के शिष्य थे. उनकी उम्र 44 वर्ष की थी. उनके गले पर गहरा निशान मिला है. जानकारी के मुताबिक, हनुमानगढ़ी के अंदर आश्रम के जिस कमरे में लाश मिली, वहां 3 साधु रहते थे. जिसमें 2 साधु फरार चल रहे हैं. पुलिस ने उनकी तलाश शुरु कर दी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हत्या के पीछे 2 आशंकाएं जताई जा रही हैं. पहला ये कि नागा साधु का 10 बीघा जमीन का विवाद चल रहा था. दूसरा ये कि जिन साधुओं के साथ वो रहते थे, उनके साथ साधु का विवाद हुआ था.
गुरुवार की सुबह हत्या का पता उस समय चला, जब एक अन्य साधु हनुमानगढ़ी की बसंतिया पट्टी के साधू के कमरे पर पहुंचा. उसने बाहर से आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई बाहर नहीं आया. इसके बाद उसने गेट में हल्का धक्का दिया तो दरवाजे खुल गए. अंदर खून दिख रहा था.
उसने ये जानकारी अन्य साधुओं को दी. हत्या के बाद से साधुओं में आक्रोश है. क्योंकि जिस कमरे में साधु की हत्या हुई है, उससे सिर्फ 50 फीट दूरी पर पुलिस पिकेट मौजूद रहती है.
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने बताया कि नागा साधु राम सहारे दास हनुमान गढ़ी के सहायक पुजारी थे. उनको बसंतिया पट्टी की ओर से पुजारी नियुक्त किया गया था. हनुमानगढ़ी की पूजा में एक समय पांच पुजारी होते हैं. चारो पट्टी के चार व एक मुख्य पुजारी निर्वाणी अखाड़ा से नियुक्त किए जाते हैं. इनका कार्यकाल मात्र 6 महीने का होता है.
जब पुलिस ने सबूतों के लिए मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखना चाहा, तो पता चला कि ये महीने भर से बंद पड़े हैं.
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