मिशन 2024 : विपक्षी दलों के सियासी विभीषणों की तलाश में भाजपा
लोकसभा चुनाव से पहले कई दिग्गज नेता थाम सकते हैं भाजपा का हाथ
Sandesh Wahak Digital Desk : मिशन 2024 के लिए भाजपा महाजनसंपर्क अभियान के सहारे जहां पूरे प्रदेश में चुनावी गर्माहट लाने में जुटी है। वहीं विपक्षी दलों की नजरें सिर्फ बिहार में होने जा रही बैठक पर टिकी हैं। भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत बड़े सियासी दिग्गजों की जनसभाएं भी कराने की पुख्ता तैयारियां की है।
मिशन 80 की सबसे अहम कड़ी पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान हाथ से फिसली सीटें हैं। जिन्हें अपने पाले में करने के लिए भाजपा ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। इसके लिए भाजपा कई प्रमुख विपक्षी दलों के दिग्गजों के सम्पर्क में भी है। जिन्हें सियासी विभीषण कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
मिशन 80 के लिए भाजपा ने दलितों और मुस्लिमों के वोट हथियाने के लिए पुख्ता सियासी रणनीति बनाई है। जिसके तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आगरा से टिफिन बैठक का श्रीगणेश करके मिशन 2024 का आगाज किया। यही नहीं भाजपा पश्चिम की उन सीटों पर भी पैनी नजरें गड़ाए है। जहां विपक्ष का पलड़ा ज्यादा भारी है।
बसपा की सोशल इंजीनियरिंग की रणनीति की अहम धुरी
इसी के तहत बसपा के वोटबैंक को झटका देने के लिए भाजपा ने मायावती के बेहद करीबी एक बड़े नेता से लगातार सम्पर्क बनाये रखा है। ये नेता बसपा की सोशल इंजीनियरिंग की रणनीति की अहम धुरी हैं। सियासी जानकारों की मानें तो आने वाले समय में ये सवर्ण नेता भाजपा का हिस्सा भी बन सकते हैं। इसको लेकर पार्टी के भीतर भी मंथन जारी है।
वहीं मुस्लिमों की नाराजगी दूर करने के लिए ही पसमांदा सम्मेलनों की रूपरेखा बनाई गयी है। हालांकि पार्टी के दिग्गज नेता भी मुस्लिम धर्मगुरुओं से भेंट कर रहे हैं। इनमें लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। हाल ही में मौलाना राबे हसनी नदवी के परिजनों से नदवा में रक्षा मंत्री ने मुलाकात की है।
मौलाना नदवी की मौत का उन्होंने दु:ख जताया। लेकिन इससे मुस्लिमों के बीच एक अच्छा सन्देश गया है। समाजवादी पार्टी के कई नेताओं के सम्पर्क में भाजपा लम्बे समय से है। खुद शिवपाल ने इसकी पुष्टि विधानसभा में की थी। इसी तरह कांग्रेस में यूपी से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के कई नेताओं के मन में पूरी तरह से भाजपा बस चुकी है। इसमें दो नेताओं का नाम प्रमुख है। एक तो पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। भाजपा मिशन 80 को पूरा करने के लिए इन नेताओं को जल्द पार्टी का हिस्सा बनाकर यूपी में तेजी से चुनावी काम पूरा करने को कह सकती है।
निकाय चुनाव की तर्ज पर प्रवेश समिति हुई सक्रिय
भाजपा ने विपक्ष में तगड़ी सेंधमारी करने के लिए पूरी योजना का खाका खींचा है। इसके लिए भाजपा की प्रवेश समिति बेहद सक्रिय है। बाकायदा कई बड़े नेताओं को पार्टी का हिस्सा बनाने के लिए बैठकों का दौर जारी है। निकाय चुनाव में भाजपा ने शाहजहांपुर से सपा की घोषित प्रत्याशी तक को तोड़कर अपने पाले में कर लिया था। ठीक इसी तर्ज पर भाजपा कई बड़े नामों को पार्टी का हिस्सा बना सकती है।
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