‘…तो तत्काल दे दूंगा इस्तीफा’, मंत्री आशीष पटेल ने लगाया ‘राजनीतिक हत्या’ की साजिश का आरोप

Sandesh Wahak Digital Desk: भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल अपना दल (एस) के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने अपने विभाग में पदोन्नति में कथित अनियमितता के मामले को लेकर अपनी ‘राजनीतिक हत्या’ की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिस दिन आदेश होगा वह तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

प्राविधिक शिक्षा विभाग में 100 से अधिक व्याख्याताओं को नियम के खिलाफ पदोन्नत करने से आरक्षित वर्ग के वंचित रह जाने के आरोपों के बीच रविवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर आशीष पटेल ने यह प्रतिक्रिया दी। सोमवार से शुरू राज्‍य विधानमंडल के सत्र के बीच राजग के घटक दल के कोटे से आने वाले मंत्री के इस बयान से राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है।

एक्स पर कही ये बात

अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल ने रविवार देर रात ‘एक्‍स’ पर अपने पोस्ट में कहा मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी ‘राजनीतिक हत्या’ की साजिश के तहत तथ्यहीन और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कर्मियों के हितों की रक्षा को लेकर उठाए गए कदमों का पूरे उत्तर प्रदेश को पता है।

पटेल ने सिलसिलेवार पोस्ट में कहा सबको पता है कि इसके पीछे कौन है। आगे और भी ऐसे आरोप लगेंगे। ऐसे मिथ्या आरोपों से डरने वाले कोई और होंगे। अपना दल (एस) वंचितों के हक की लड़ाई से पीछे नहीं हटने वाला।

…तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा

अपने अगले पोस्ट में प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा एक बात और, सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह के सानिध्य में 2014 में राजग का अंग बना था। प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा, मैं तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।

अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन और अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में धांधली के गंभीर आरोप लगाए हैं।

सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पल्लवी पटेल ने पिछड़ों के हक को लेकर बोलने की पहल की लेकिन अध्यक्ष ने नियमों का हवाला देकर उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी। जब पल्लवी पटेल को बोलने का मौका नहीं मिला तो वह सदन से बाहर चली गयीं और विधानसभा परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष हाथ में तख्ती लेकर धरने पर बैठ गयीं। पल्लवी ने जो तख्ती ली थी उस पर लिखा था-”पिछड़ा मांगे हिसाब-योगी जी दो हिसाब”।

पल्लवी पटेल ने भाजपा सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

बाद में पल्लवी पटेल ने धरना देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी एक तस्वीर साझा की जिसमें वह हाथ में नारा लिखी तख्ती लिए नजर आ रही हैं। पल्लवी ने पोस्ट में कहा, ”उत्तर प्रदेश की भ्रष्ट भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए।”

आरोप है कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विभागाध्यक्ष की सीधी भर्ती करने की जगह, कॉलेजों में कार्यरत व्याख्याताओं को पदोन्नत कर विभागाध्यक्ष बनाया गया है। आरोपों में कहा गया है कि अगर सीधी भर्ती से पद भरे जाते तो पिछड़े और दलित वर्ग को आरक्षण का लाभ मिलता, लेकिन 177 व्याख्याताओं को नियम के खिलाफ पदोन्नत करने से आरक्षित वर्ग वंचित रह गया।

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