मायावती की कार्यकर्ताओं को चेतावनी, कहा-बाबा साहब की सोच के पक्षधर नहीं तो छोड़ दें पार्टी
UP News : उत्तर प्रदेश में मायावती एक बार फिर से बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष चुनीं गई है। जिसके बाद से वे लगातार पार्टी को मजबूत करने के लिए फैसले ले रही हैं। शनिवार को उन्होंने आरक्षण के वर्गीकरण और क्रीमी लेयर के मुद्दे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने एक के बाद एक सन्देश अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखे। पार्टी से जुड़े लोगों को मायावती ने सावधान किया है कि अगर वो एससी/एसटी के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर पर कांग्रेस की तरह पक्षधर हैं और बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मिशनरी सोच नहीं रखते हैं, तो उनका बीएसपी में कोई स्थान नहीं है।
1. SC/ST आरक्षण के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का मुद्दा इन वर्गों को बांटने वाला भी है, जबकि बीएसपी जाति के आधार पर सदियों से तोड़े व सताए गए इन लोगों को जोड़कर ’बहुजन समाज’ बनाने का मानवतावादी मूवमेन्ट है, जिससे कोई समझौता संभव नहीं। पार्टी इस मुद्दे को लेकर अति-गंभीर है।
— Mayawati (@Mayawati) August 31, 2024
मायावती ने लिखा कि आरक्षण के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का मुद्दा इन वर्गों को बांटने वाला भी है, जबकि बीएसपी जाति के आधार पर सदियों से तोड़े व सताए गए इन लोगों को जोड़कर ’बहुजन समाज’ बनाने का मानवतावादी मूवमेन्ट है, जिससे कोई समझौता संभव नहीं। पार्टी इस मुद्दे को लेकर अति-गंभीर है।
2. इसको लेकर कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु की सरकारों द्वारा मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही जो वहाँ एससी व एसटी को बांटने की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं। ख़ासकर यहाँ कांग्रेसी सरकारों का रवैया इस मामले में अति-निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) August 31, 2024
मायावती ने कहा कि इसको लेकर कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु की सरकारों द्वारा मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही जो वहाँ एससी व एसटी को बांटने की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं। ख़ासकर यहाँ कांग्रेसी सरकारों का रवैया इस मामले में अति-निन्दनीय।
3. बीएसपी में रहते हुए जो लोग एससी/एसटी के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का कांग्रेस की तरह पक्षधर होकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मिशनरी सोच नहीं रखते हैं, तो उनका बीएसपी में कोई स्थान नहीं है। अर्थात् एक के स्वार्थ में बाकी पूरे बहुजन समाज के हित की उपेक्षा करना ठीक नहीं।
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बसपा अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी मानसिकता के लोग यदि पार्टी को छोड़कर खुद ही चले जाते हैं या उन्हें अलग कर दिया जाता है, तो यह बीएसपी पार्टी व मूवमेन्ट के हित में उचित होगा। वैसे भी इसकी आड़ में अब कांग्रेस के इण्डिया गठबन्धन की फूट डालो, राज करो की रणनीति नहीं चलेगी। लोग सजग रहें।
4. अतः ऐसी मानसिकता के लोग यदि पार्टी को छोड़कर खुद ही चले जाते हैं या उन्हें अलग कर दिया जाता है, तो यह बीएसपी पार्टी व मूवमेन्ट के हित में उचित होगा। वैसे भी इसकी आड़ में अब कांग्रेस के इण्डिया गठबन्धन की फूट डालो, राज करो की रणनीति नहीं चलेगी। लोग सजग रहें।
— Mayawati (@Mayawati) August 31, 2024
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