यूपी में कई महापौरों का रहा है दिलचस्प सफ़र, कोई मंत्री तो कोई बना राज्यपाल

पहले महापौर का चयन सभासद करते थे लेकिन अब जनता के द्वारा मेयर का चुनाव होता है। वहीं यूपी में कई मेयर ऐसे रहे जिन्होंने यहां से मंत्री और राज्यपाल तक का सफर तय किया है।

Sandesh Wahak Digital Desk: पहले महापौर का चयन सभासद करते थे लेकिन अब जनता के द्वारा मेयर का चुनाव होता है। वहीं यूपी में कई मेयर ऐसे रहे जिन्होंने यहां से मंत्री और राज्यपाल तक का सफर तय किया है। दिनेश शर्मा, बेबी रानी मौर्य और रीता बहुगुणा जोशी ऐसे ही नाम हैं। तीनों नामों में एक समानता है। तीनों कभी मेयर रहे और आगे चलकर सियासत की ऊंचाइयों को छुआ। लखनऊ से मेयर रहे दिनेश शर्मा पहले योगी सरकार में डिप्टी सीएम बने। बेबी रानी मौर्य ने मेयर से राज्यपाल तक का सफर तय किया और इस समय मंत्री भी हैं। इसी तरह रीता बहुगुणा जोशी भी मेयर से सांसद और मंत्री बनीं।

राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में अपनी भूमिकाओं को शुरू करने से पहले डॉक्टर दिनेश शर्मा लखनऊ, बेबी रानी मौर्य आगरा और रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद (अब प्रयागराज) की महापौर थीं। इन राजनेताओं को लगता है कि महापौर पद पर उनके कार्यकाल ने उन्हें व्यावहारिक ज्ञान हासिल करने और जनता की नब्ज जानने में मदद मिली। तीनों ने इस प्रशासनिक भूमिका को सबसे चुनौतीपूर्ण करार दिया।

विभिन्न मुद्दों के बारे में व्यावहारिक ज्ञान होता है- दिनेश शर्मा

दिनेश शर्मा ने कहा कि मैं 11 साल तक लखनऊ का मेयर रहा। मुझे 2010 में दुनिया के सबसे सम्मानित मेयर का खिताब दिया गया। अपने कार्यकाल में मुझे हरियाणा और गुजरात के मुख्यमंत्री चुनाव में पर्यवेक्षक बनने का मौका मिला। यह पूछे जाने पर कि महापौर से राज्य सरकार में सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक बनने का उनका सफर कैसा रहा है। शर्मा ने कहा कि एक महापौर को लोगों से संबंधित विभिन्न मुद्दों के बारे में व्यावहारिक ज्ञान होता है और वह वस्तुत: हर गली-कूचे में संपर्क स्थापित करता है। महापौर बनने का अनुभव काफी कारगर साबित हुआ है और मुझे विभिन्न देशों में व्याख्यान देने का अवसर भी मिला है। शर्मा ने कहा कि इसके अलावा, महापौर को सदन चलाने का अनुभव होता है।

महापौर जानता है कि जनता की कौन सी समस्या हल करना है- बेबी रानी मौर्य

वर्तमान में उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य 1995 से 2000 तक आगरा की मेयर रहीं। अपने महापौर कार्यकाल को याद करते हुए मौर्य ने कहा कि एक महापौर जानता है कि जनता को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है और किस समस्या को पहले हल करना है। महापौर को जनता की नब्ज पता होती है। मेरे द्वारा किए गए कार्यों में से एक शहर में आंबेडकर जयंती समारोह का पैमाना बढ़ाना था। इसके अलावा, मैंने गरीब महिलाओं के लिए सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित करने में भी मदद की।

स्थानीय शासन एक बड़ी चुनौती- रीता बहुगुणा जोशी

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में राज्य की पर्यटन मंत्री रहीं रीता बहुगुणा जोशी 1995 से 2000 तक इलाहाबाद की मेयर रही चुकी हैं। जोशी ने बातचीत में कहा हर असाइनमेंट एक चुनौती है, लेकिन मुझे लगता है कि स्थानीय शासन एक बड़ी चुनौती है।

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