Mahoba News: यूपी के महोबा की कृषि मंडी में किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिजनों ने कही ये बात
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी के महोबा से एक किसान की मौत का मामला सामने आया है. दरअसल, महोबा मंडी में अपनी उपज बेचने गए 35 वर्षीय किसान की उपज का सही मूल्य न मिलने के कारण सदमे से उसकी मौत हो गई.
बीच बाजार किसान जमीन पर अचेत होकर गिर पड़ा और उसने दम तोड़ दिया. युवा किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. किसान की अचानक हुई मौत की खबर मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची है.
आपको बता दें कि मृतक किसान हमीरपुर जिले के जरिया थाना के जमोड़ी ग्राम निवासी नारायण निषाद था. नारायण के पास करीब डेढ़ बीघा अपनी जमीन है और छह बीघा जमीन उसने बलकट पर लेकर खेती की थी.
इस बार खेती में सिर्फ़ तीन क्विंटल मूंगफली की पैदावार हुई थी, जिससे वह पहले ही परेशान था. वहीं, उसे उपज का सही रेट नहीं मिल पाया नतीजन सदमे से उसकी कृषि मंडी में ही मौत हो गई.
बताया जाता है कि वह महोबा मंडी में मूंगफली बेचने आया था. जहां सरकारी रेट 6783 रुपए प्रति क्विंटल होने के बावजूद भी मंडी में व्यापारी सिर्फ 4200 रुपए प्रति क्विंटल ही रेट दे रहे थे. उसे अपनी उपज का सही दाम ही नहीं मिल पाया. किसान बिक्री के दाम को सुनकर सदमे में आ गया.
बेचैनी की हालत में वह पानी पीने गया लेकिन तभी अचानक वहीं अचेत होकर गिर गया. साथी किसान और परिजन उसे तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
कर्ज से परेशान था किसान
नारायण के परिजनों ने बताया कि उस पर बैंक और साहूकारों का कर्ज था और परिवार में चार बच्चों के भविष्य को लेकर भी वह बेहद चिंतित था. उपज का सही दाम न मिलने, कर्ज के बोझ और परिवार के पालन-पोषण की चिंता में वह टूट गया और सदमे से उसकी मौत हो गई.
इस घटना से किसान के परिजनों में गहरा दुख और रोष है. सरकारी खरीद केंद्र में खरीद न होने के कारण और खरीद में भुगतान खाते में समय से न पहुंचने के कारण ही किसान अपनी उपज कम रिट में व्यापारियों को बेचने के लिए मजबूर है.
जिला अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि एक किसान को अस्पताल लाया गया था जिसे जांच के दौरान मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है. पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.