Lucknow: सीबीआई अधिकारी बनकर 48 लाख की ठगी, STF ने तीन शातिर बदमाशों को किया गिरफ्तार
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखनऊ में सीबीआई, नारकोटिक्स और क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर डिजिटल ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरोह डिजिटल गिरफ्तारी (डिजिटल अरेस्ट) के नाम पर लोगों से भारी रकम ठग रहा था।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए श्याम (27), हर्षल (33) और पुनीत शर्मा उर्फ गगन (25) को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। ये तीनों अभियुक्त दिल्ली के रहने वाले हैं।
तीनों अभियुक्तों के पास से तीन मोबाइल, आधार कार्ड और छह क्रेडिट/डेबिट कार्ड, ठगी से संबंधित बैंक खातों की जानकारी वाले 111 व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट, और 380 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग कर पीड़ितों से संपर्क करते थे। वे खुद को सरकारी अधिकारी बताकर जांच के बहाने डिजिटल अरेस्ट करते थे। इसके बाद, पीड़ितों के बैंक खातों तक पहुंच बनाकर भारी रकम निकाल ली जाती थी।
डॉ. अशोक सोलंकी ने दर्ज कराई थी साइबर थाने में एफआईआर
बता दें कि लखनऊ निवासी डॉ. अशोक सोलंकी ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें सीबीआई अधिकारी बनकर 48 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। मामले की जांच के दौरान एसटीएफ ने गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पहले गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सदस्यों ने “डिजिटल अरेस्ट” की ट्रेनिंग कम्बोडिया में ली थी। गिरोह के सदस्यों ने भारत में पिछले कुछ महीनों में कई बड़े साइबर अपराध किए, जिनमें नोएडा, जयपुर, दिल्ली और केरल से करोड़ों रुपये ठगे गए।
गिरफ्तार आरोपियों से बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी और ठगी से संबंधित खातों की जानकारी जुटाने का काम जारी है।
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