लखनऊ में सियासी उबाल: हजरतगंज चौराहे पर अमित शाह के खिलाफ प्रदर्शन, समाजवादी छात्रसभा ने फूंका पुतला
Sandesh Wahak Digital Desk: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर आज समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री अमित शाह के एक हालिया बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने चौराहे पर गृहमंत्री के पुतले का दहन किया। यह प्रदर्शन अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान के खिलाफ किया गया, जिसने सियासी गलियारों में भारी उथल-पुथल मचा दी है।
शाह के बयान पर विपक्ष का आक्रोश
बीते दिन अमित शाह के बयान को लेकर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। विपक्ष ने इसे संविधान और डॉ. आंबेडकर के विचारों का अपमान बताते हुए शाह से इस्तीफे की मांग की। सियासी तनाव के बीच अमित शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर आरोप लगाया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा, “विपक्ष मेरी बातों का गलत अर्थ निकालकर जनता को भड़काने की कोशिश कर रहा है।”
अखिलेश यादव का बयान
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “जिनका मन ‘विद्वेष’ से भरा है, वो ‘देश’ क्या चलाएँगे। आज जो हुआ, वह सिर्फ़ बाबासाहेब का ही नहीं, उनके दिए संविधान का भी अपमान है। यह भाजपा की नकारात्मक मानसिकता का चरम है।”
अखिलेश यादव ने आगे कहा, ” देश ने आज जान लिया है कि भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब को लेकर कितनी कटुता भरी है। भाजपाई बाबासाहेब के बनाये संविधान को अपना सबसे बड़ा विरोधी मानते हैं क्योंकि उनको लगता है कि वो जिस प्रकार ग़रीब, वंचित, दमित का शोषण करके, उनके ऊपर अपना प्रभुत्व कायम करना चाहते हैं, उनकी इस बद मंशा के आगे संविधान ढाल बनकर खड़ा है। घोर निंदनीय! घोर चिंतनीय!! घोर आपत्तिजनक!!! जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!”
अमित शाह के बयान और उसके बाद हुए विरोध प्रदर्शनों ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। विपक्षी दल लगातार भाजपा पर संविधान विरोधी मानसिकता का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, भाजपा ने इस विरोध को आधारहीन और राजनीति से प्रेरित बताया है।
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