Lucknow: मोहित पांडेय केस की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, अखिलेश ने कही थी ये बात
Sandesh Wahak Digital Desk: राजधानी लखनऊ में कारोबारी मोहित पांडेय की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में अब मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एडीएम रैंक के अधिकारी मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे।
इससे पहले पुलिस अधीक्षक विभूतिखंड ने डीएम को पत्र लिखकर मजिस्ट्रियल जांच की मांग की थी। जिसपर जिलाधिकारी ने इजाजत दे दी है। तो वहीं बीते सोमवार को सीएम योगी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की थी। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा, सरकारी आवास और बच्चों की निशुल्क शिक्षा समेत सरकारी योजनाओं का लाभ देने का निर्देश दिया।
तो वहीं मोहित पांडेय की मौत पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि काश जान लेने वाले मुआवजे में जीवन भी दे सकते। इसके अलावा सपा का एक डेलीगेशन मोहित पांडेय के परिजनों से मिलकर उन्हें एक लाख रुपये की सहायता भी दी थी। बता दें कि जैनाबाद निवासी मोहित कुमार पांडेय (30) को पुलिस ने शनिवार को एक मामले में हिरासत में लिया था।
पुलिस पर हत्या का आरोप
बताया जा रहा है कि उसी दिन हिरासत में ही उनकी तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि मोहित के परिजन ने पुलिस पर पीट-पीटकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है।
इससे पहले, 11 अक्टूबर को लखनऊ में एक जुआ अड्डे पर छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए 24 वर्षीय अमन गौतम की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। गौतम के परिजनों ने पुलिस पर उसे पीट-पीटकर मार डालने का आरोप लगाया था। अधिकारियों के अनुसार जुआ खेले जाने की सूचना मिलने पर 11 अक्टूबर की रात को पुलिसकर्मियों की एक टीम ने विकास नगर के सेक्टर-आठ में आंबेडकर पार्क पर छापा मारा था। पुलिस ने अमन गौतम समेत दो लोगों को हिरासत में लिया था।
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