Lucknow News: मनी लांड्रिंग में बताकर किया महिला को डिजिटल अरेस्ट, ठगी
Sandesh Wahak Digital Desk: जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल फर्जीवाड़े में शामिल होने का आरोप लगा जालसाजों ने महिला को डराया। हैदराबाद पुलिस का अधिकारी बन डिजिटल अरेस्ट कर मनी लांड्रिंग केस में फंसने और फिर जांच के नाम पर 57 हजार रुपए ऐंठ लिए। पीड़िता ने हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, गोमतीनगर और मानकनगर में साइबर जालसाज ने महिला समेत दो के खातों से 1.27 लाख रुपए उड़ा लिए। पुलिस सभी मामलों को दर्ज कर साइबर क्राइम सेल की मदद से जांच कर रही है।
हैदराबाद पुलिस अधिकारी बन वीडियो कॉल पर फंसा ऐंठे 57 हजार
जॉपलिंग रोड स्थित शालीमार ग्रैंड में उर्तसान जांबा परिवार के साथ रहती हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले एक कॉल आई। जालसाज ने खुद को एसबीआई कर्मी बता कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड का भुगतान अभी नहीं हुआ है। कहा गया कि दो घंटे में पेमेंट नहीं हुआ तो खाता फ्रीज हो जाएगा। इसपर पीड़िता ने कहा कि उनके पास एसबीआई का कार्ड नहीं है। इसपर जालसाज ने वीडियो कॉल कर हैदराबाद पुलिस से बात कराई। फोन पर कथित दो पुलिस अधिकारियों ने कहा कि चुपचाप कैमरे के सामने बैठे रहिए। अन्यथा आप पर मुकदमा चलाया जाएगा।
इसके बाद जालसाज ने डिजिटल अरेस्ट कर आधार कार्ड मांगकर एक फोटो ली। फिर कहा कि जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस में आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। लिहाजा आपके खाते की जांच करनी होगी। अगर सब कुछ सही है तो रुपए वापस कर दिए जाएंगे। जालसाज ने एग्रीमेंट और बैंक डिटेल शेयर की। फिर पीड़िता से 56,500 रुपए ट्रांसफर करा लिए। और डिमांड पर पीड़िता का शक हुआ। पीड़िता ने हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
गोमतीनगर में परिचित बन महिला के खाते से गायब किए 76 हजार
वहीं, गोमतीनगर के विपुल खंड -5 निवासी रूबी सोनकर ने बताया कि बीते शुक्रवार को उनके पास 904497….से कॉल आई। फोनकर्ता ने अपना नाम मदन पाल बता कहा कि आपके पति मुकुल से बात हुई है। उन्हें रुपए देने थे, तो उन्होंने आपका नंबर दिया है। ठगी से अंजान पीड़िता ने गूगल पे की जानकारी शेयर कर दी। जिसपर जालसाज ने खाते से 76 हजार रुपए पार कर दिए।
मानकनगर में वर्क फ्रॉम होम के फेर में फंसा ठगे 51 हजार
उधर, मानकनगर के श्रृंगार नगर स्थित समर विहार कॉलोनी निवासी कुशल सामंत ने बताया कि सर्चिंग के दौरान फेसबुक पर वर्क फ्रॉम होम का विज्ञापन देखा। विज्ञापन के लिंक पर जाने के बाद उसे एक व्हाट्सएप नंबर से मैसेज आया। मैसेज में कहा गया कि एक हजार रुपए भेज दे। जिसे विज्ञापन देने वाली कंपनी मार्केट में लगाएगी और उससे होने वाले प्रॉफिट को पीड़ित के खाते में भेज देगी। शुरुआत में निवेश पर मुनाफा मिलने के बाद जालसाज ने पेड टास्क बताकर कई बार में 51 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित ने मानकनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।