Lucknow News : तीन दोस्तों ने मिलकर की युवक की हत्या, पुलिस ने खुलासा किया
Lucknow News : लखनऊ के बीकेटी थाना क्षेत्र में 21 नवंबर 2024 को एक दर्दनाक हत्या की वारदात सामने आई, जिसने इलाके को हिलाकर रख दिया। जानकारी के मुताबिक, ग्राम देवरी रूखारा के रहने वाले अर्जुन सिंह की हत्या कर उसका शव गांव के बाहर खड़ंजा के किनारे फेंक दिया गया था। इस हत्या की जानकारी 21 नवंबर की शाम को प्रीतम सिंह ने डायल 112 के माध्यम से थाना बीकेटी पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस और सर्विलांस टीम ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हत्या का मामला सामने आने के बाद की कार्रवाई:
मृतक अर्जुन सिंह के भाई परशुराम ने 22 नवंबर 2024 को थाना बीकेटी में अपनी तहरीर दी। परशुराम ने आरोप लगाया कि उनके भाई की हत्या गांव के ही तीन लोगों, मायाराम, गोविन्द और मोनू ने मिलकर की है। परशुराम ने यह भी बताया कि उन्हें शक है कि इन तीनों ने ही उनके भाई की हत्या की है। परशुराम की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। थाना बीकेटी पर इस मामले को लेकर मुकदमा संख्या 358/2024 दर्ज किया गया, जिसमें धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामले की विवेचना की जा रही थी।
पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी:
जांच के दौरान, 23 नवंबर 2024 को पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली कि तीनों आरोपी अहूजा पेट्रोल पम्प सीतापुर हाईवे के पास खड़े हैं और कहीं जाने के लिए सवारी का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, मुखबिर द्वारा बताई गई जगह पर पहुंचकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में गोविन्द (33 वर्ष), मोनू (30 वर्ष) और मायाराम (38 वर्ष) शामिल हैं, सभी देवरी रूखारा गांव के निवासी हैं।
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की, तो पहले आरोपी गोविन्द ने अपना नाम और पते की जानकारी दी, इसके बाद मोनू और मायाराम ने भी अपनी पहचान बताई। पुलिस ने इन सभी की तलाशी ली, तो मायाराम के पास एक मोबाइल बरामद हुआ। यह मोबाइल ओप्पो कंपनी का था, जो मृतक अर्जुन के पास था। जब पुलिस ने मायाराम से सवाल किया कि यह मोबाइल अर्जुन के पास कैसे पहुंचा, तो उसने बताया कि जब उन्होंने अर्जुन की हत्या की थी, तो उसने मृतक की जेब से अपना मोबाइल निकाल लिया था।
अपराध का तरीका:
पूछताछ में खुलासा हुआ कि मायाराम का मोबाइल पहले गांव के प्रीतम के पास 1500 रुपये में गिरवी रखा था। जब मायाराम को यह पता चला कि उसका मोबाइल अर्जुन के पास है, तो उसने अपने दोस्तों गोविन्द और मोनू के साथ मिलकर अर्जुन को अकेला पाकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। तीनों आरोपियों ने मिलकर अर्जुन पर डंडों से हमला किया, जिससे उसकी जान चली गई। हत्या के बाद, मायाराम ने मृतक की जेब से अपना मोबाइल निकाल लिया।
आरोपियों के बारे में:
- मायाराम (38 वर्ष) – जो कि बिजली फिटिंग और शादी में लाइट का काम करता है।
- गोविन्द (33 वर्ष) – जो खेती-बाड़ी करता है।
- मोनू (30 वर्ष) – जो रंगाई-पुताई का काम करता है।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच जारी है। पुलिस ने यह भी कहा कि घटना के बाद से स्थानीय क्षेत्र में तनाव का माहौल था, लेकिन अब स्थिति सामान्य है।
यह घटना ग्रामीण इलाकों में बढ़ते अपराधों और आपसी विवादों की ओर भी इशारा करती है, जिससे पुलिस विभाग को और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।