Lucknow News : अकबरनगर में बुजुर्ग को नोटिस देख आया हार्ट अटैक, पोता बोला- एलडीए की वजह से दादा की हुई मौत

UP News :  कुकरैल को नदी का दर्जा देकर सौंदर्यीकरण की आड़ में प्रशासनिक तंत्र लखनऊ के अकबर नगर को जमींदोज करने के लिए बिलकुल तैयार खड़ा है। जल्दबाजी इतनी कि रात 12 बजे भी आशियानों और दुकानों को ढहाने और खाली कराने का नोटिस देने से तनिक भी परहेज नहीं है।

एलडीए के इसी नोटिस ने एक बजुर्ग की जान ले ली। ये आरोप अकबर नगर के रत्नेश ने लगाया है। जिसके 75 वर्षीय दादा चुन्नीलाल को एलडीए का नोटिस देखने के बाद हार्ट अटैक आया और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

शनिवार का दिन अकबरनगर के लिए मानो मनहूसियत लेकर आया क्योंकि पहले से अपने आशियाने को बचाने की जद्दोजहद में जुटे लोगों को झटका तब लगा, जब उनके बीच से एक बुजुर्ग रत्नेश ने अपना घर टूटने के सदमें से दम तोड़ दिया। पोते रत्नेश के मुताबिक दादा इधर घर टूटने की बात पर कई दिनों से बीमार थे। एक बार शेखर अस्पताल में एडमिट भी होना पड़ा था।

हालांकि एलडीए ने बुजुर्ग चुन्नी लाल के घर पर अभी नोटिस नहीं लगाया था। आसपास की दुकानों पर पहले नोटिस चस्पा किये गए हैं। इसके बाद घरों की बारी है। अकबर नगर में 1200 मकानों और एक सैकड़ा से ज्यादा दुकानों को एलडीए जल्द ध्वस्त करने जा रहा है। एक दिन पहले ही कमिश्नर कोर्ट ने सवा सौ याचियों को झटका देते हुए उनकी अर्जियां ख़ारिज कर दी हैं। हाईकोर्ट ने 20 दिसंबर तक अवैध निर्माण गिराने पर रोक लगाई थी।

 

मृतक का फाइल फोटो
मृतक का फाइल फोटो

 

चुन्नीलाल के पोते रत्नेश ने बताया कि उनके घर के बगल में नोटिस चस्पा होने के दौरान बाबा ने परिवार के लोगों से पूछा, यह सब क्या हो रहा तो परिवार के लोगों ने चुन्नीलाल को बताया कि घर खाली करने की नोटिस चस्पा करने प्रशासन की टीम आई है।

 

अकबरनगर स्थित एक गोदाम में चस्पा नोटिस

 

दूसरी ओर बात करते करते बाबा बड़बड़ाने लगे कि हम अब घर छोड़कर नहीं जाएंगे। इसके बाद उनको नींद नहीं आई, वहीं कुछ ही देर में हालत बिगड़ी तो उनको बादशाह नगर रेलवे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

डॉक्टर ने दिल का दौरा पड़ने को मौत का कारण बताया। दूसरी ओर पोते ने बताया कि LDA के नोटिस के बाद दादा परेशान हो गए थे और एलडीए की वजह से ही दादा की मौत हुई है, क्योंकि वह घर गिराए जाने की खबर सुनकर परेशान थे और उन्हें हॉस्पिटल में भी भर्ती होना पड़ा था।

Also Read : Leades 2023 Survey : यूपी लगातार दूसरे साल भी बना अचीवर प्रदेश, जारी हुई रिपोर्ट

Get real time updates directly on you device, subscribe now.