Lucknow News: दरोगा बन एयरपोर्ट पहुंचे बंटी-बबली, सीआईएसएफ ने दबोचा

Sandesh Wahak Digital Desk : अमौसी एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध लगा कर फर्जी दरोगा इंद्रेश मौर्य अराइवल सिटी एरिया में पहुंच गया। सीआईएसएफ दरोगा प्रदीप कुमार सिंह ने वर्दी में घूम रहे इंद्रेश की हरकतों पर शक हुआ। पूछताछ किए जाने पर पता चला कि इंद्रेश के साथ उसकी सहयोगी सोनी भी सिटी एरिया में मौजूद है। संदिग्धों के पकड़े जाने की सूचना सरोजनीनगर पुलिस को दी गई।

इस बीच तलाशी लिए जाने पर आरोपियों के पास से फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुए। शुरुआती पड़ताल में पता चला कि जालसाज इंद्रेश और सोनी नौकरी का झांसा देकर ठगी करने का गिरोह चलाते हैं। आरोपियों ने अभी तक करीब छह लोगों से आठ लाख रुपये हड़पने की बात कबूल की है।

इंस्पेक्टर सरोजनीनगर शैलेंद्र गिरि ने बताया कि सीआईएसएफ के दरोगा प्रदीप कुमार सिंह ने चेकिंग में गोरखपुर बनगवां निवासी इंद्रेश मौर्या और रायबरेली निवासी सोनी को गिरफ्तार किया। इंद्रेश ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक मेडिकल फर्म में सुपरवाइजर था। नौकरी छूटने के बाद आरोपी गोरखपुर वापस नहीं गया।

इंद्रेश ने रचे जाल में फंसी प्रेमिका

कुछ वक्त पूर्व इंद्रेश ने गर्लफ्रेंड व परिवार वालों को बताया कि उसकी तैनाती सीआईएसएफ में दरोगा के पद पर हो गई थी। भरोसा दिलाने के लिए आरोपी ने सदर बाजार से वर्दी खरीदी। फिर वीडियो कॉल कर गर्लफ्रेंड को फोन करने लगा। कई बार एयरपोर्ट परिसर में पहुंच कर आरोपी कॉल करता था। इंद्रेश के रचे जाल पर गर्लफ्रेंड को भरोसा हो गया।

इंद्रेश ने गर्लफ्रेंड से कहा था कि वह कई लोगों की नौकरी एयरपोर्ट में लगवा चुका है। इसके बाद ही गर्लफ्रेंड ने रायबरेली निवासी सोनी की नौकरी लगवाने के लिए कहा। मुलाकात होने पर आरोपी ने सोनी के सामने सच्चाई बताते हुए उसे भी अपने गिरोह में शामिल कर लिया।

इंटरनेट व सोशल मीडिया के जरिए दोनों लोग एयरपोर्ट में नियुक्ति की पोस्ट डालने लगे। जिसके बाद सम्पर्क करने वाले युवक-युवतियों से आरोपियों ने करीब आठ लाख रुपये ऐंठ लिए। इंस्पेक्टर के मुताबिक छह लोगों से धोखाधड़ी करने किए जाने की जानकारी इंद्रेश ने दी है। फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

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