Lucknow News : केजीएमयू के 9 छात्र सस्पेंड, जूनियर्स को वीडियो कॉल कर रैगिंग का लगा आरोप
Lucknow News : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में MBBS और BDS के सीनियर स्टूडेंट्स पर आरोप लगा है कि वो अपने जूनियर्स को रात में वीडियो कॉल करते हैं और उन्हें नाचने, गाने और बताए गया काम करने पर मजबूर करते हैं। रैगिंग का खुलासा होने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने नौ छात्रों को तीन महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है और हॉस्टल से भी निकाल दिया है।
एंटी रैगिंग सेल रैगिंग की सुनवाई करेगी, इसके बाद तय किया जाएगा कि उन्हें दोबारा क्लास और हॉस्टल वापस आने दिया जाए की नहीं। केजीएमयू प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह ने बताया कि रैगिंग करने की वजह से आठ एमबीबीएस द्वितीय वर्ष और एक बीडीएस द्वितीय वर्ष के स्टूडेंट्स को सस्पेंड किया गया है।
आपको बता दें कि केजीएमयू में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स को एसबी हॉस्टल के रूम आवंटित किए गए हैं। प्रॉक्टर प्रो. क्षितिज श्रीवास्तव ने बताया कि हॉस्टल के स्टूडेंट्स को काफी सख्त निगरानी में रखा जाता है। रोजाना गार्ड और बाउंसरों की निगरानी में स्टूडेंट्स क्लास करने भेजे जाते है। क्लास के बाद हॉस्टल लौटते वक्त भी गार्ड साथ ही रहते हैं। इसकी वजह से हॉस्टल से क्लास के बीच किसी स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग करना संभव नहीं हो पाता है।
ऐसे में सीनियर्स ने जूनियर्स को परेशान करने के लिए नया तरीका निकाला है। कुछ सीनियर स्टूडेंट्स ने एक जूनियर स्टूडेंट को वीडियो कॉल की और हॉस्टल के सभी छात्रों को एक कमरे में इकट्ठा होने को कहा। इसके बाद आठों सीनियर्स ने विडियो कॉल पर जूनियर्स को अलग-अलग काम करने के निर्देश दिए। आरोप यह भी है कि इस दौरान सीनियर छात्रों ने काफी अपशब्द भी कहे।
प्रथम वर्ष के छात्रों और उनके अभिभावकों की शिकायत पर केजीएमयू प्रशासन ने मामले की जांच की। मामले की गहंता से जांच करने पर पता चला कि रैगिंग हुई है। रैगिंग की वीडियो आरोपित छात्रों के से मिली है। आरोपित छात्रों के मोबाइल में वीडियो रिकॉर्ड किया हुआ था।
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