Lucknow: मुंशीपुलिया चौराहा बना ई-रिक्शा स्टैंड, उड़ रहीं यातायात नियमों की धज्जियां
अरविंदो चौकी को जाने वाली सड़क के दोनों तरफ रिक्शा वालों का आतंक, यातायात पुलिस बनी रहती है मूकदर्शक
Sandesh Wahak Digital Desk/ Shobhit Shukla: भले ही लखनऊ यातायात पुलिस शहर के चौराहों पर लगने वाले भीषण जाम को नियंत्रण में रखने का दावा करती हो। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत यातायात पुलिस द्वारा किए जा रहे दावों से कोसों दूर है। हालात यह है कि शहर के ज्यादा तर चौराहों पर ई रिक्शा का आतंक है।
शनिवार को शहर के प्रमुख चौराहे मुंशी पुलिया पर लगे ई-रिक्शा की जाम से बड़ी संख्या में लोग जूझते नजर आए। दरअसल इस जाम का मुख्य वजह चौराहे पर बेतरतीब खड़े ई-रिक्शा वाहन हैं। इनकी वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत उन वाहन चालकों को हो रही है जो मुंशीपुलिया से अरविंदो चौकी के तरफ जाते हैं, या फिर उधर से आते हैं।
हैरत करने वाली बात यह कि इन ई-रिक्शा चालकों का आतंक चौराहे पर खड़ी यातायात पुलिस मूकदर्शक बनकर देखते रहती है। शहर का कोई भी चौराहा हो ई-रिक्शा कुकुरमुत्ते की तरह चारों ओर छाये रहते हैं। कभी-कभी तो हालत यह हो जाती है कि वाहन सवारों की तो छोडि़ए पैदल चलने वाले राहगीर तक रास्ता तलाशने के लिए जूझते नजर आते हैं।
दुर्घटना की भी बढ़ी रहती है आशंका
कुछ ऐसा ही हाल मुंशीपुलिया चौराहे का है। यह चौराहा ई-रिक्शा स्टैंड बन गया है। चालक सड़क पर ई-रिक्शा खड़ा कर घंटों यात्रियों की प्रतीक्षा करते है। इससे सड़क पर सदैव जाम की स्थिति बनी रहती है। सुबह से लेकर शाम तक चौराहे पर ई-रिक्शा सड़क पर ही खड़े रहते हैं। इससे लोगों को आने जाने में भी समस्या का सामना करना पड़ता है।
यदि जाम में फंसा हुआ वाहन चालक रिक्शा हटाने को कहता है तो चालक लड़ाई झगड़ा करने पर उतर आते है। इतना ही नहीं क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाकर ई-रिक्शा चालक लोगों को जोखिम भरा सफर कराते हैं। इससे कई बार ई-रिक्शा पलटने से दुर्घटनाएं भी होती हैं।
सरकार के निर्देश व शासन के प्रयास बेकार साबित
एक ओर सरकार के निर्देश हैं कि सड़क पर कहीं भी डग्गामार वाहन नहीं खड़े होंगे। किसी भी चौराहे या बाजार में टैक्सी स्टैंडों का संचालन नहीं होगा। इसके बाद भी दिनभर ई-रिक्शा चालक सडक़ पर ही डेरा जमाए रहते हैं। शहर का मुंशीपुलिया चौराहा तो बानगी मात्र है। टेढ़ी पुलिया, इंजीनियरिंग कॉलेज, पहाड़पुर चौराहा,समेत अन्य चौराहों पर चालक सड़क पर ई-रिक्शा खड़ा रखते है। इससे लोगों को तमाम समस्या होती हैं। कई बार विवाद तक की नौबत आ जाती है। चौराहे पर उपस्थित पुलिस मौके पर आकर विवाद को खत्म करा देती है लेकिन इन ई-रिक्शा चालकों के रवैया में कोई परिवर्तन नहीं होता।
ट्रैफिक जाम से जूझते रहते हैं वाहन सवार
मुंशीपुलिया से अरविंदो चौकी की तरफ जाने वाले दोनों रास्ते के मुहाने पर ई रिक्शा एक लंबी लाइन बनाकर खड़े हो जाते हैं। इनका खड़े होने का तरीका भी कुछ ऐसा होता है कि उनके पीछे कोई दूसरा वाहन नहीं खड़ा हो सकता। यह एक दूसरे से मुंह जोडक़र रेल की तरह खड़े हो जाते है। फिर सवारी भरने की आपाधापी में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। इस बीच पीछे से आ रहे अन्य वाहन चालक ट्रैफिक में जूझते रहते हैं।
मैं स्वयं जाकर मौके का निरीक्षण करूंगा। ऐसी सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिससे आने-जाने वाले लोगों को समस्या ना उत्पन्न हो।
एडीसीपी ट्रैफिक
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