Lucknow: शिक्षा विभाग के अनुदेशकों का प्रदर्शन, कहा- हमारी बद्दुआ है न हो सरकार की वापसी

Sandesh Wahak Digital Desk: राजधानी लखनऊ में शिक्षा विभाग के अनुदेशकों ने मंगलवार को सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। स्थाई नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। अनुदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे।

बता दें कि उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात अनुदेशक आंदोलन करने के लिए लखनऊ पहुंचे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रदेश में कुल 27 हजार 555 अनुदेशक हैं। जिनकी 2013 में तैनाती हुई है। अभी तक 9 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय मिल रहा है। डीजी से लेकर मंत्री तक कई स्तर पर गुहार लगाई। फिर भी कोई समाधान नहीं निकल सका है।

 

स्थाई करने की मांग

प्रदर्शन कर रहे अनुदेशक सरकार से स्थाई कराने की मांग कर रहे हैं। इनका आरोप है कि इनकी मांगों को सरकार अनसुना कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। क्योंकि चुनाव, मतगणना, बीएलओ, जनगणना, बाल सर्वेक्षण जैसे सभी सरकारी कामों में सबसे पहले अनुदेशकों को लगाया जाता है।

लखीमपुर खीरी से आई अनुदेशकों की महिला विंग के प्रदेश अध्यक्ष प्रिया दीक्षित ने बताया कि कुल 27 हजार 555 अनुदेशक में से 18000 से ज्यादा महिलाएं हैं। इन महिलाओं को बेहद कठिन परिस्थितियों में महज 9000 में काम करना पड़ता है।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम लोगों का शोषण हो रहा है। सरकार को अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। हम लोग तो अपना सब कुछ खो चुके हैं। यदि हम लोगों की मांगें नहीं मानी गई तो ये सत्ता गवा देंगे। इस सरकार ने महिलाओं का भरपूर शोषण किया है। वादा किया था कि हम आपकी पीड़ा समझेंगे पर हमारे लिए कुछ नहीं किया। हम आगाह कर रहे हैं, यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो हमारी बद्दुआ है। सरकार कभी वापस नहीं आएगी।

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