Lucknow Crime : 26 साल बाद भी नहीं सुलझी गोम्स हत्याकांड की गुत्थी, आज भी बना है राज
वारदात में थर्टी स्टार और .38 बोर की पिस्टल का हुआ था इस्तेमाल
Sandesh Wahak Digital Desk/Abhishek Srivastava : मुख्यमंत्री आवास के सामने लामार्टीनियर कॉलेज के टीचर फैड्रिक जे गोम्स की हत्या क्यों और किसने की? 26 साल बाद भी सनसनीखेज हत्याकांड राज बना हुआ है। हालांकि जांच के दौरान पुलिस ने धनंजय सिंह, गुड्डू मुस्लिम और राजा भार्गव के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया। लेकिन साक्ष्यों के अभाव में तीनों को बरी कर दिया गया था। आज भी कॉलेज के रिटायर टीचर समेत अन्य लोगों के जहन में ये सवाल उठता है कि आखिर गोम्स सर की हत्या की वजह क्या है? रिटायर पुलिस अधिकारी कहते हैं कि रसूख के बल पर आरोपियों को बचाने के लिए खादी ने काफी मदद की थी।
फैड्रिक जे गोम्स (27) कॉलेज परिसर में बने रेजिडेंशियल क्वार्टर में अकेले रहते थे। उनकी मां आलमबाग स्थित पैतृक मकान में रहती थी। गोम्स ने कॉलेज क्वार्टर में दो कुत्ते पाल रखे थे। गोम्स लामार्टीनियर कॉलेज के स्पोट्र्स टीचर के साथ साथ राज्य स्तरीय मुक्केबाज भी थे। इसके साथ ही उन्हें बैचलर्स हॉस्टल का भी जिम्मा दिया गया था। उनकी दिनचर्या थी कि रोजाना सुबह साढ़े पांच बजे उठते और फिर दोनों कुत्तों को लेकर कॉलेज परिसर में टहलते थे।
शरीर पर लगी थीं 9 गोलियां, मिले थे 18 खोखे
7 मार्च 1997 की सुबह गोम्स सोकर उठे। जैसे ही वह टहलने के लिए बाहर निकलने लगे। उन्हें दो युवक हाथ में पिस्टल लिए दिखे। यह देख गोम्स वापस मुड़े और कमरे में घुसकर दरवाजे में अंदर से कुंडी लगा ली। दरवाजा बंद देख हमलावरों ने पीछे की खिड़की के शीशे तोड़कर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर फैड्रिक जे गोम्स की हत्या कर दी। पुलिस रिकॉर्ड की मानें तो गोम्स के सिर, सीने और पेट में 9 गोलियां मिली थी, जबकि घटनास्थल पर 18 खोखे मिले थे। खोखे से पता चला कि वारदात में थर्टी स्टार और .38 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था।
जियामऊ से मसूरी तक जांच, नतीजा सिफर
लामार्टीनियर कॉलेज के टीचर फैड्रिक जे गोम्स की हत्या की खबर शहर में आग की तरह फैली। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू की। पुलिस ने प्रेम-प्रसंग और प्रॉपर्टी के एंगल पर जांच की लेकिन दोनों ही ट्रैक पर कुछ नहीं मिला। पुलिस ने कॉलेज के अंदर से जांच शुरू की। पता चला कि कुछ दिन पहले जियामऊ के कुछ लडक़ों की टीचर गोम्स ने पिटाई की थी।
यह भी पता चला कि लामार्टीनियर कॉलेज से पहले गोम्स मसूरी के एक कॉलेज में वार्डन थे। उन्होंने वहां भी कुछ लडक़ों को मारा था। जिसे लेकर मुकदमेबाजी भी हुई थी। पुलिस ने उस बिंदु पर भी पड़ताल की लेकिन फिर से निराशा ही हाथ लगी।
हॉस्टल की तलाशी में मिली थी पिस्टल
पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो पता चला कि घटना से महज एक माह पहले गोम्स को हॉस्टल में पिस्टल की सूचना मिली थी। इस पर उन्होंने 8 फरवरी 1997 को हॉस्टल का गेट बंद करवाया और सभी जगह तलाशी कराई। इस दौरान मलिहाबाद के एक छात्र के कमरे से .22 बोर की पिस्टल मिली थी। पता चला कि पिस्टल एयरगन से बनाई थी, जो करीब दस बच्चों के पास थी।
इसपर गोम्स ने प्रिंसिपल से शिकायत की। नतीजा अभिभावकों को कॉलेज बुलाकर छात्रों को हॉस्टल में ठहरने और पढ़ने पर रोक लगाई थी। सिर्फ परीक्षा के लिए छूट दी गई थी। हत्या के बाद पुलिस ने सभी दस बच्चों से पूछताछ की, लेकिन नतीजा सिफर रहा। मामले को तूल पकड़ता देख प्रिंसिपल ने पिस्टल तत्कालीन डीएम को सौंप दी थी।
साक्ष्य के अभाव में राजा, धनंजय और गुड्डू हो गए बरी
पड़ताल में सामने आया कि छात्र राजा भार्गव गर्ल फ्रेंड संग कॉलेज परिसर में कार में बैठा था। नजर पडऩे पर गोम्स ने टोका। राजा के विरोध करने पर उन्होंने उसे थप्पड़ जड़ दिया था। इस जानकारी को डेवलप कर पुलिस ने गुडडू मुस्लिम को पकड़ा। उसने कबूला कि महिला मित्र के सामने हुई बेइज्जती का बदला लेने के लिए राजा ने साथियों की मदद से गोम्स की हत्या की है। हत्या के लिए धनंजय सिंह से संपर्क किया गया था।
जिसके बाद धनंजय सिंह के साथ मिलकर गुड्डू और राजा भार्गव ने गोम्स को मौत के घाट उतार दिया। ऊंची पहुंच के लिए राजा ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में समर्पण कर दिया। धनंजय पहले से ही इंजीनियर हत्याकांड में वांटेड था। फरवरी 1999 में धनंजय ने भी समर्पण कर दिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश की। लेकिन साक्ष्य के अभाव में तीनों को बरी कर दिया गया।
सीबीसीआईडी भी लगी, लेकिन दिशा तक नहीं मिली
विधानसभा में मामला गूंजा तो सरकार ने केस पर सीबीसीआईडी को भी लगा दिया। दोनों टीमें हर एंगल पर पड़ताल करती रहीं लेकिन लीड नहीं मिली। धीरे-धीरे पुलिस की जांच ठंडी पडऩे लगी। करीब 15 माह बाद पुलिस व सीबीसीआईडी की संयुक्त टीम को एक सुराग मिला। पता चला कि घटना से कुछ दिन पहले गोम्स ने एक लडक़े को उसकी गर्ल फ्रेंड के सामने थप्पड़ मारा था।
Also Read : Mahoba: ट्रिपल मर्डर से सनसनी, मोटी रोटी बनाने को लेकर पति-पत्नी में…