Lok Sabha Election 2024: राजा भैया के इस दांव से BJP में बढ़ी बेचैनी! सपा को मिल सकता है फायदा

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र पांचवें चरण का मतदान 20 मई को होना है. अब ऐसे में जैसे-जैसे चुनाव पूर्वांचल की ओर बढ़ रहा है. उसी रफ्तार से नेताओं के समर्थन और विरोध का सिलसिला और तेज हो रहा है.

Lok Sabha Election 2024

राज्य स्थित प्रतापगढ़ से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने किसी भी दल को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है. हालांकि, सूत्रों ने बुधवार को दावा किया है कि राजा भैया ने अपने समर्थकों को यह संदेश पहुंचा दिया है कि प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का समर्थन किया जाए. लेकिन अभी तक इस पर दोनों ओर से कोई अधिकृत प्रतिक्रिया नहीं आई है.

इन दावों के बीच राजा और सपा की एक और नजदीकी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, राजा भैया के निर्देशानुसार सपा नेता इंद्रजीत सरोज के खिलाफ मानहानि का मुकदमा उनके अधिवक्ता वापस लेंगे.

राजा भैया की माफी से बनी बिगड़ी हुई बात!

दरअसल, साल 2019 लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस बयान के बाद आमजन और समर्थक आक्रोशित हुए थे. इसके बाद राजा भैया के कानूनी सलाहकार हनुमान प्रसाद पांडेय ने मानहानि का मुकदमा दाखिल किया था…

राजा भैया

फिलहाल, यह मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है… इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेन्द्र सरोज कौशांबी से सपा प्रत्याशी हैं. सूत्रों के अनुसार, दोनों ने सोमवार शाम राजा भइया से मुलाकात की है. समर्थन मांगते हुए पुराने गिले शिकवे भूलने का निवेदन किया. जनसत्ता दल के मुखिया ने दोनों को माफ कर दिया और मुकदमा वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है…

कौन हैं पुष्पेंद्र सरोज?

Lok Sabha Election 2024

25 साल के पुष्पेंद्र सरोज लंदन से पढ़कर लौटे हैं… पुष्पेंद्र सरोज लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं. कौशांबी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पुष्पेंद्र सरोज कौशाम्बी सीट पर क्या कुछ कमाल कर पाते हैं…

आखिर कहां बिगड़ी बीजेपी से बात?

दावा किया जाता है कि राजा भैया से भारतीय जनता पार्टी के नेता और कौशांबी से बीजेपी उम्मीदवार विनोद सोनकर से नाराज हैं. हालांकि, मंगलवार को ही संजीव बालियान और विनोद सोनकर ने राजा भैया से मुलाकात की थी. लेकिन कहा जाता है कि इस मुलाक़ात के बाद भी बात बन नहीं सकी.

Also Read: PM मोदी ने संभाली बीजेपी की चुनावी कमान, यूपी के 4 जिलों में ताबड़तोड़ रैलियों का आयोजन

Get real time updates directly on you device, subscribe now.