Lok Sabha Election 2024: भाजपा के भीतर भी जिताऊ प्रत्याशियों के लिए सियासी घमासान
नवरात्र में बची 12 लोकसभा सीटों पर सियासी रणबांकुरों का होगा ऐलान, टिकट कटने के डर से निवर्तमान सांसदों की धड़कनें तेज
Lok Sabha Election 2024: नवरात्र शुरू हो चुके हैं। भाजपा के भीतर मानो घमासान छिड़ा हुआ है। इसके पीछे कारण वो एक दर्जन लोकसभा सीटें हैं, जिनके उम्मीदवारों का ऐलान इसी नवरात्र में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा करना तय माना जा रहा है। सबसे ज्यादा धड़कनें उन निवर्तमान सांसदों की तेज हैं। जिनके टिकटों पर कैंची भी चल सकती है। विपक्ष को कमजोर बता रही भाजपा को खुद जिताऊ प्रत्याशी तलाशने में खासी मशक्कत झेलनी पड़ रही है।
कांग्रेस के मजबूत गढ़ रायबरेली को इस बार भाजपा कब्जे में लेने के लिए आतुर है। भाजपा के रणनीतिकारों की नजरें कांग्रेस के फैसले पर टिकी हैं। सूत्रों की माने तो रायबरेली से सोनिया के विकल्प के तौर पर स्थानीय जनता की मांग पर प्रियंका को लड़ाने की बात पर लगभग सहमति बन चुकी है। प्रियंका के उतरने से भाजपा को यहां मजबूत दावेदार तलाशने होंगे। सपा से बगावत करने वाले पूर्व मंत्री मनोज पांडेय और मंत्री दिनेश सिंह दोनों राष्ट्रीय स्तर की नेता प्रियंका के आगे कितना टिकेंगे। इस पर खुद भाजपा नेतृत्व को संशय है।
मैनपुरी सीट पर भी भाजपा का मजबूत प्रत्याशी की तलाश
भाजपा इस हाई प्रोफाइल सीट पर महिला प्रत्याशी को आजमाने पर भी शिद्दत से विचार कर रही है। तीसरे चरण की सीट मैनपुरी पर भी भाजपा मजबूत प्रत्याशी की तलाश में है। यहां से मुलायम की बहू डिम्पल मैदान में हैं। सपा के मजबूत गढ़ को भेदने के लिए भाजपा में मंथन जारी है। मंत्री जयवीर सिंह और स्वामी प्रसाद की बेटी संघमित्रा का नाम भी खासी चर्चा में है। इसी तरह गाजीपुर सीट पर इण्डिया गठबंधन के उम्मीदवार मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी के सामने भी भाजपा ने सियासी चुप्पी साध रखी है।
पूर्वांचल की इस अहम सीट के जातीय समीकरणों को देखते हुए भाजपा उम्मीदवार तलाश रही है। इस सीट से भाजपा किसी बाहरी को टिकट दे सकती है। रायबरेली, मैनपुरी और गाजीपुर सीटों पर भाजपा पिछले लोकसभा चुनाव की तर्ज पर इस बार शिकस्त का चेहरा नहीं देखना चाहती है। गोंडा की कैसरगंज सीट पर बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह पर भी भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व पसोपेश में है। पहलवानों के साथ यौन शोषण के आरोपित सिंह के परिवार में किसी को टिकट देने की चर्चा तेज है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेतृत्व मनोज सिन्हा के नाम पर भी विचार में जुटा है। इसके बाद बारी बलिया सीट की है। जिस पर भले पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर का नाम सबसे आगे चल रहा है। लेकिन भाजपा के एक पूर्व मंत्री भी जोर आजमाइश में लगे हैं।
इन 12 सीटों पर भाजपा घोषित करेगी प्रत्याशी
भाजपा अपने कोटे की 75 सीटों में 63 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। अब कौशाम्बी, गाजीपुर, भदोही, प्रयागराज, रायबरेली, मछलीशहर, फूलपुर, मैनपुरी, कैसरगंज, फिरोजाबाद, देवरिया और बलिया सीट पर भाजपा को प्रत्याशियों का ऐलान करना है।
पत्नी को प्रयागराज से टिकट दिलाना चाहते हैं नंदी
डिप्टी सीएम केशव मौर्य के प्रयागराज में भी घमासान कम नहीं है। यहां एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। मंत्री नन्द गोपाल नंदी पत्नी अभिलाषा को टिकट दिलाने के लिए पूरी तरह मोर्चा खोले हैं। वहीं भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस तथ्य पर भी मंथन कर रहा है कि अतीक और नंदी की जुगलबंदी के आरोपों पर विपक्ष को क्या जवाब देना है।
नंदी पर अतीक से करोड़ों रुपए लेने के आरोप भी पूर्व में लगे थे। हालांकि प्रयागराज के कई बड़े भाजपा नेता आंतरिक रूप से नंदी के खिलाफ बताये जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव में अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल केशव को पटखनी दे चुकी हैं। ऐसे में भाजपा प्रयागराज पर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है।
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