नेपाल में भूस्खलन: 51 लोग लापता, 7 भारतीय भी शामिल, 500 सुरक्षाकर्मी कर रहे हैं बचाव कार्य
नेपाल के चितवन जिले में नारायण घाट-मुगलिंग मार्ग पर सिमलताल क्षेत्र में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने त्रिशूली नदीं में दो यात्री बसों को बहा दिया। इस हादसे के बाद नेपाल पुलिस और सेना के 500 से अधिक सुरक्षाकर्मी बचाव कार्य में जुटे हैं। शनिवार को शुरू हुए इस तलाशी अभियान में लगभग 51 लोग लापता हैं, जिनमें 7 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।
बीरगंज से काठमांडू की ओर जा रही बस में सात भारतीय नागरिकों सहित 24 लोग सवार थे, जबकि काठमांडू से गौर जा रही दूसरी बस में 30 स्थानीय लोग थे। नेपाल पुलिस ने बताया, 3 लोग तैरकर पूरी तरीके से सुरक्षित बाहर निकल गए, लेकिन अभी कई लोग लापता हैं।
भूस्खलन के बाद से बचाव कार्य में नेपाल के सुरक्षा बलों के गोताखोर भी मदद कर रहे हैं। शुक्रवार शाम को तेज बहाव और कीचड़ के कारण तलाशी अभियान रोक दिया गया था, लेकिन शनिवार सुबह 8 बजे से यह फिर से शुरू कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी संभावित स्थानों की तलाशी ली जा रही है और हरसंभव कोशिश की जा रही है।
नेपाल में जलवायु संकट के बढ़ते खतरे के बीच मौसम की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्राधिकरण का अनुमान है कि इस वर्ष मानसून के दौरान 1.81 मिलियन लोग और 412,000 परिवार प्रभावित होंगे, जिनमें से 83,000 परिवार सीधे प्रभावित होंगे। मानसून से संबंधित आपदाओं के कारण 18,000 परिवारों को बचाव की आवश्यकता होगी।