Kathmandu: महाशिवरात्रि पर नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में उमड़ेगा श्रद्धालुओं का सैलाब, सुरक्षा और व्यवस्थाएं चाक-चौबंद

Kathmandu: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर नेपाल के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में इस वर्ष करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना जताई गई है। नेपाल और भारत समेत कई देशों से शिव भक्त बागमती नदी के तट पर स्थित इस प्राचीन मंदिर में महादेव की पूजा-अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रबंधन के अनुसार, करीब 4,000 साधु और हजारों श्रद्धालु पहले ही काठमांडू पहुंच चुके हैं।
महाशिवरात्रि के लिए तैयारियां पूरी
पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट की प्रवक्ता रेवती अधिकारी ने बताया कि इस भव्य आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए 10,000 सुरक्षाकर्मी और 5,000 स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं। मंदिर के चारों द्वारों से श्रद्धालुओं को शिवलिंग के दर्शन करने की व्यवस्था की गई है। इस दिन पशुपतिनाथ मंदिर तड़के 2:15 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष निर्देश
महाशिवरात्रि के दौरान काठमांडू जिला प्रशासन ने मंदिर क्षेत्र में शराब, मांस और मछली की बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रशासन ने नोटिस जारी कर सोमवार से बृहस्पतिवार तक इन चीजों के उपयोग पर रोक लगाई है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिव भक्तों के लिए नेपाल का विशेष महत्व
नेपाल को भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है और यहां शैव परंपरा का गहरा प्रभाव है। हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर पशुपतिनाथ मंदिर में भारत, नेपाल, भूटान और अन्य देशों से हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचते हैं।
श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र पशुपतिनाथ मंदिर
पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है और इसे पांचवीं शताब्दी में बनाया गया था। इसे UNESCO की विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। महाशिवरात्रि के इस अवसर पर मंदिर में विशेष रुद्राभिषेक, भजन-कीर्तन और हवन का आयोजन किया जाएगा, जिससे संपूर्ण वातावरण शिवमय हो जाएगा।
बता दे, नेपाल प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट की व्यवस्थाओं के साथ श्रद्धालु महादेव के इस दिव्य धाम में पूजा-अर्चना कर अपनी आस्था प्रकट करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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