सात जुलाई : आज ही के दिन रखी गई थी भारतीय सिनेमा की नींव
Sandesh Wahak Digital Desk : झारखंड की राजधानी रांची के एक परिवार में सात जुलाई को जन्मे महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी योग्यता और जुझारूपन से विश्व क्रिकेट में एक अनूठा मुकाम हासिल किया है। उनकी सफलताओं को देखते हुये उन्हें पद्म भूषण, पद्म श्री और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। माही के नाम से लोकप्रिय धोनी आईसीसी की तीनों विश्व प्रतियोगिताएं जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं।
भारतीय सिनेमा में 7 जुलाई का खास महत्व
भारतीय सिनेमा के इतिहास में भी सात जुलाई का एक खास महत्व है। दरअसल 1896 में इसी दिन फ़्रांस के सिनेमैटोग्राफर ल्युमिर भाइयों ने भारतीय सिनेमा की नींव रखी थी। इन दोनों ने इस दिन बम्बई (अब मुंबई) के वाटसन होटल में छह फिल्मों का प्रदर्शन किया था।
इन फिल्मों को देखने के लिए टिकट की कीमत तब एक रुपये रखी गई थी और उस समय के अखबारों ने इसे सदी का चमत्कार बताया था। इस कार्यक्रम को दर्शकों का अपार प्रोत्साहन मिला, जिससे प्रभावित होकर जल्द ही कलकत्ता (अब कोलकाता) और मद्रास (अब चेन्नई) में भी फिल्मों का प्रदर्शन होने लगा और भारतीय फिल्म निर्माण का रास्ता खुला।
देश दुनिया के इतिहास में सात जुलाई की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:
- 1456: जॉन ऑफ आर्क को उनकी मृत्यु के 25 साल बाद दोषमुक्त करार दिया गया।
- 1656: सिखों के आठवें गुरू हर किशन का जन्म।
- 1758: आधुनिक त्रावणकोर के निर्माता राजा मार्तंड वर्मा का निधन 1896: भारत में सिनेमा का प्रवेश। बम्बई के वाटसन होटल में ल्यूमिर बंधुओं ने फिल्मों का पहली बार प्रदर्शन किया।
- 1912: अमेरिकी खिलाड़ी जिम थोर्पे ने स्टॉकहोम ओलम्पिक में चार स्वर्ण जीतकर तहलका मचाया।
- 1928: स्लाइस्ड ब्रेड की पहली बार बिक्री हुई। इसे मशीन से काट कर तैयार किया गया।
- 1930: ब्रिटिश लेखक आर्थर कॉनन डॉयल का निधन 1948: बहुउद्देश्यीय परियोजना के लिए दामोदर घाटी निगम की स्थापना।
- 1978: सोलोमन द्वीप ने यूनाइटेड किंगडम से अपनी आजादी का ऐलान किया।
- 1985: महज 17 साल की उम्र में बोरिस बेकर ने विम्बलडन जीता 1981: क्रिकेट के सफलतम खिलाड़ियों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी का जन्म।
- 1999: परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा देश की रक्षा करते हुये शहीद हो गए।
- 2021: केंद्रीय मंत्रिपरिषद का बहुप्रतीक्षित फेरबदल और विस्तार। रविशंकर प्रसाद और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित कुल 12 मंत्रियों की छुट्टी जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे और सर्बानंद सोनोवाल समेत 36 नये चेहरे सरकार का हिस्सा बने।
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