Jhansi News: अग्निकांड ने निगलीं 11 जिंदगियां, CM योगी को सौंपी गई रिपोर्ट
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी के झांसी मेडिकल की एसएनसीयू में आग लगने की घटना में मृतक शिशुओं का संख्या 10 से बढ़कर अब 11 हो गई है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि हादसे के समय एसएनसीयू में 49 नवजात शिशु भर्ती थे। जिसमें रविवार को उपचार के दौरान एक और शिशु की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों की संख्या 11 पर पहुंच गई।
इस बीच झांसी अग्निकांड की प्राथमिक रिपोर्ट सीएम योगी को सौंपी गई है। झांसी के मंजलायुक्त और डीआईजी ने मुख्यमंत्री को ये रिपोर्ट सौंपी है। सीएम को सौंपी रिपोर्ट में आग लगने की वजह स्विच बोर्ड से शार्ट सर्किट बताई गई है। रिपोर्ट में अग्निकांड की वजह इलेक्ट्रिकल एक्सीडेंट बताया गया है। CM ने झांसी हादसे की 12 घंटे में प्राथमिक रिपोर्ट मांगी थी।
शुक्रवार देर रात लगी आग की वजह साफ नहीं हो सकी
बता दें कि नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू) में शुक्रवार देर रात लगी आग की वजह साफ नहीं हो सकी। अस्पताल प्रशासन शॉर्ट-सर्किट की वजह से आग लगने की बात तो कुबूल कर रहा है, लेकिन शॉर्ट सर्किट कैसे हुआ, इसका जवाब देने के लिए अफसर राजी नहीं हैं।
एसएनसीयू वार्ड में जन्म के तुंरत बाद पीलिया, निमोनिया के शिकार नवजातों को रखा जाता है। नवजात के तापमान को अनुकूल करने के लिए वार्मर भी लगाए गए हैं। जानकारों के मुताबिक यहां क्षमता से तीन गुना अधिक नवजात भर्ती किए गए थे। इस वजह से जीवनरक्षक उपकरणों को लगातार चलाए रखना पड़ रहा था। मॉनिटरिंग मशीन भी लगातार चलती रहती है। तीन-चार घंटे बाद लोड को कम करने के लिए इनमें से कुछ उपकरणों को बंद करना होता है।
इस बीच एक चश्मदीद का भी बयान सामने आया है। जिसमें ऑक्सीजन पाइप को पिघलाने के लिए कंसंट्रेट को बंद किए बिना गर्म किया गया। इस वजह से ऑक्सीजन का रिसाव हो गया और वार्ड में आग फैली। हालांकि पुलिस अफसर इस बयान को बहुत अधिक विश्वसनीय नहीं बता रहे। सीएफओ राजकिशोर राय का कहना है कि वहां अधिक विद्युत लोड होने से शॉर्ट-सर्किट हुआ। अन्य पहलू भी खंगाले जा रहे हैं।
Also Read: नेहाल सिंह हत्याकांड: देवरिया में युवक की हत्या, इलाके में कई थानों की फोर्स तैनात