Jeeva Murder Case: वारदात से पहले शूटर ने फेंक दिया था मोबाइल का सिमकार्ड
लखनऊ सिविल कोर्ट में माफिया मुख्तार अंसारी के शूटर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस साजिशकर्ता के बारे में पता लगा रही है।
Sandesh Wahak Digital Desk: लखनऊ सिविल कोर्ट में माफिया मुख्तार अंसारी के शूटर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस साजिशकर्ता के बारे में पता लगा रही है। पांच दिन बीतने के बावजूद अभी तक पुलिस हत्या की वजह पता नहीं जान पाई है। पुलिस ने आरोपित विजय यादव के पास से जो मोबाइल फोन बरामद किया था, उसमें सिम कार्ड ही नहीं था। अब पुलिस आरोपित से उसके फोन का नंबर पता लगा रही है। फोन नंबर मिलने के बाद काल डिटेल रिकार्ड से पता चलेगा कि विजय किन लोगों के संपर्क में था। माना जा रहा है कि वारदात से पहले शूटर ने आखिरी बार आका से बात की और फिर सिम तोडक़र फेंक दिया था।
विजय को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए आज सोमवार को न्यायालय में अर्जी दी जाएगी। रिमांड मिलने के बाद एसआइटी और अन्य टीमें पूछताछ करेंगी। रविवार को पुलिस की अलग अलग टीमें गोसाईगंज जेल पहुंचीं। इस दौरान जीवा के करीबियों से पूछताछ की गई। पुलिस ने जेल में बंद जीवा के विरोधियों (opponents of jeeva) के बारे में भी पड़ताल की।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस टीम ने आरोपित से भी पूछताछ की है। आरोपित के जेल में बंद होने के बाद से उससे कोई मिलने आया या नहीं, इसको लेकर भी जानकारी की गई।
हाई सिक्योरिटी जोन में है विजय
जीवा से जेल में आखिरी बार कौन मिला था, इसका रिकार्ड भी पुलिस ने खंगाला है। विजय को हाई सिक्योरिटी जोन में रखा गया है। आरोपित को जीवा के करीबियों से खतरा है। इसको लेकर जेल में उसकी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों की माने तो एसटीएफ की एक टीम ने भी जेल में छानबीन की है। पुलिस कचहरी के अलावा अन्य संभावित स्थानों से फुटेज के जरिए आरोपित के मददगारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
उधर, फोरेंसिक टीम आरोपित के बरामद मोबाइल फोन से साक्ष्य संकलन कर रही है। वहीं, एसआईटी ने आरोपित के पूर्वांचल कनेक्शन की छानबीन की है।
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