आइवरी कोस्ट ने फ्रांस के सैनिकों को देश छोड़ने का दिया आदेश, पश्चिम अफ्रीका में घट रहा फ्रांस का प्रभाव!
Sandesh Wahak Digital Desk: आइवरी कोस्ट ने घोषणा की है कि उसकी धरती पर तैनात फ्रांस के सैनिक जल्द ही देश छोड़ देंगे। दशकों से आइवरी कोस्ट में मौजूद फ्रांस की सेना अब देश की सेना को सैन्य जिम्मेदारियां सौंप रही है। आइवरी कोस्ट के राष्ट्रपति अलास्साने ओउटारा ने कहा कि फ्रांस के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया जनवरी से प्रारंभ हो जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया, “हमने फ्रांस के सैनिकों की वापसी का निर्णय लिया है और यह प्रक्रिया सुनियोजित तरीके से पूरी की जाएगी।” फिलहाल आइवरी कोस्ट में फ्रांस के लगभग 600 सैनिक तैनात हैं।
फ्रांस का घटता प्रभाव और बदलते संबंध
पोर्ट बोएट की सैन्य बटालियन, जो अभी तक फ्रांस के सैनिकों के अधीन थी, अब आइवरी कोस्ट की सेना को सौंपी जाएगी। फ्रांस और आइवरी कोस्ट के बीच यह घटनाक्रम दोनों देशों के संबंधों में बड़े बदलाव का प्रतीक है। आइवरी कोस्ट अकेला ऐसा देश नहीं है जिसने फ्रांस से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का अनुरोध किया है। हाल के वर्षों में, पश्चिम अफ्रीका के कई देशों ने फ्रांस के सैन्य हस्तक्षेप का विरोध किया है।
सेनेगल, माली, चाड, नाइजर, और बुर्किना फासो जैसे देशों ने भी फ्रांस से अपने सैनिकों को हटाने की मांग की है। इन देशों में फ्रांस के सैनिक दशकों से मौजूद थे, लेकिन अब वहां बढ़ती स्थानीय विरोध की भावनाओं के चलते फ्रांस को अपनी सेनाएं वापस बुलानी पड़ी हैं।
फ्रांस के सैनिक अब कहां तैनात हैं?
फ्रांस के सैनिक अब केवल कुछ अफ्रीकी देशों में सीमित रह गए हैं। जिबूती में फ्रांस के 1,500 सैनिक तैनात हैं, जबकि गैबॉन में यह संख्या 350 है। फ्रांस का औपनिवेशिक शासन खत्म होने के बाद से उसकी सेना अफ्रीका में मौजूद थी, लेकिन हालिया घटनाक्रम ने पश्चिम अफ्रीका में फ्रांस की कमजोर होती पकड़ को उजागर किया है।