IT Raid: बिल्डर रमेश गंगवार हाउस अरेस्ट, 500 करोड़ की टैक्स चोरी के मिले सबूत, कई अधिकारियों के भी नाम शामिल
Income Tax Raid: देश में आम चुनावों के एलान के बीच इनकम टैक्स ने बड़ी कार्रवाई की है. इस रेड के दौरान भारी-भरकम टैक्स चोरी के सबूत मिलने के बाद बिल्डर रमेश गंगवार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. बता दें कि बरेली में सत्य साई बिल्डर्स के मालिक रमेश गंगवार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. इनकम टैक्स की टीम ने उनके सभी मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. आईटी ने बीते बुधवार यानी 3 अप्रैल को उनके सभी ठिकानों पर छापेमारी की थी. पिछले 40 घंटों से उनके तमाम ठिकानों पर छानबीन की जा रही है.
आयकर विभाग को करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के सबूत मिले हैं.
बता दें कि IT ने बुधवार रात को उनके ट्यूलिप टावर पर छापेमारी की थी, जिसमें 500 करोड़ की टैक्स चोरी के सबूत मिले हैं. इसके अलावा ट्यूलिप टावर से तीन गाड़ियां, प्रॉपर्टी के कागजात, बैंक की रजिस्ट्री, एग्रीमेंट और तमाम स्टेटमेंट के दस्तावेज बरामद हुए हैं. जिसके बाद इन सभी की सूची तैयार की जा रही है.
कई बड़े बिल्डर और सफेदपोश होंगे बेनकाब
इनकम टैक्स की इस छापेमारी में कई बड़े बिल्डर बेनकाब हो गए हैं. आयकर विभाग की टीम की लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज में कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. इस दौरान रमेश गंगवार के कई आईपीएस, आईएएस और सफेदपोश नेताओं से संबंध होने की बात सामने आई है. बिल्डर रमेश गंगवार के प्रोजेक्ट में इन तमाम लोगों के हजारों करोड़ रुपये लगे होने का पता चला है.
रमेश गंगवार उत्तराखंड के देहरादून में 100 करोड़ से पार्क और सड़क बनवा रहे थे. इसके साथ ही 100 करोड़ का काम प्रयागराज में भी मिला हुआ है. बरेली डेवलपमेंट ऑथोरिटी से भी 200 करोड़ से ज्यादा का काम रमेश गंगवार की फर्म को मिला है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इसके बाद कई अधिकारियों की गर्दन तक हाथ पहुंचना तय माना जा रहा है.
आईटी की इस रेड से लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है. ये छापेमारी अभी 24 घंटे तक और चल सकती है. बरेली में सत्य साईं बिल्डर के मालिक रमेश गंगवार के डीडी पुरम स्थित आवास और दफ्तर पर बुधवार यानी 3 अप्रैल को आयकर विभाग लखनऊ की टीम चार गाड़ियों के साथ पहुंची और छानबीन शुरू कर दी थी.
इस दौरान घर के लोगों के अलावा परिसर में अन्य किसी भी व्यक्ति के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है. परिवार के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं. जांच पूरी होने तक किसी से कोई संपर्क न करने को कहा गया हैं.