हनी ट्रैप में फंसाकर सैन्यकर्मियों को जासूस बना रही ISI
Sandesh Wahak Digital Desk: भारत पाक सीमा पार देश के बहादुर सैन्यकर्मियों के हाथों बार-बार हार झेल रहा पाकिस्तान लगातार खूबसूरत युवतियों के सहारे भारत पर फतेह के ख्वाब पाल रहा है। पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई अक्सर ऑपरेशन विषकन्या के जरिए भारतीय सैनिकों में घुसपैठ कर गुप्त सूचना जुटाने का प्रयास कर रही है। कभी कभी गुप्ता सूचना मिलने में उसे कामयाबी भी मिल जाती है।
ताजा मामला दुश्मन देश की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के जाल में फंसे गोवा शिपयार्ड नेवल बेस के पार्ट टाइम वर्कर राम सिंह का है। उसने भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों की फोटो पाकिस्तानी एजेंटों को भेजी है। आईएसआई की विषकन्या छदम नाम कीर्ति कुमारी ने राम सिंह का पहले ब्रेन वाश किया और फिर सूचनाएं हासिल की। इसके एवज में राम सिंह के खाते में काफी रकम भी भेजी गई। जिसे बाद में राम सिंह ने आईएसआई के लिए काम करने वाले अन्य एजेंटों के खाते में ट्रांसफर किया।
ISI से जुड़ी महिलाएं यह काम करने में माहिर
यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी आईएसआई हनी ट्रैप के जरिए कई जवानों और अधिकारियों से सूचनाएं हासिल कर चुकी है। बता दें कि दुश्मन देश की रणनीति जानने के लिए दुनिया के सभी देश हनी ट्रैप की मदद लेते हैं। खासकर सैन्य रणनीति का राज जानने के लिए खूबसूरत हसीनाओं को जासूस बनाकर हथियार के रूप में इस्तेमाल करना ही हनी ट्रैप कहलाता है। आईएसआई से जुड़ी महिलाएं यह काम करने में माहिर हैं। खासकर भारतीय उप महाद्वीप में भाषा (उर्दू हिन्दी मिश्रित) एक ही होने के चलते उन्हें और आसानी होती है।
यूपी एटीएस ने हनी ट्रैप से जुड़े जासूसी प्रसंगों की पड़ताल तेज कर दी है। देश की सुरक्षा एजेंसियां अब तक कई ऐसे मामलों का खुलासा कर चुकी हैं, जिनमें यह तथ्य सामने आया कि आईएसआई हनी ट्रैप में फंसाकर जासूस बना रही है।
म्यूजिकल और मोबाइल गेमिंग एप के जरिए जासूसी
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी मोबाइल गेमिंग, टॉप गन, एमपीजंकी, वीडेजंगी और टॉकिंग फ्रोग जैसी म्यूजिकल एप और मोबाइल गेमिंग के जरिये भारतीय सुरक्षा बलों की जासूसी कर रही है।
पहले भी फंसे हैं सैन्यकर्मी
- 04 फरवरी 2024: मास्को में भारतीय दूतावास में आईबीएसए पद पर काम करने वाले सतेंद्र सिवाल को यूपी एटीएस ने किया गिरफ्तार। हनी ट्रैप में फंसे सतेंद्र ने भारतीय दूतावास, विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की महत्वपूर्ण सूचनाएं दी थी।
- 27 सितंबर 2023: अरुणाचल प्रदेश में सेना में अस्थाई श्रमिक (पोर्टर) के तौर पर काम कर चुके शैलेन्द्र निवासी कासगंज को यूपी एटीएस ने दबोचा। हरलीन कौर व प्रीति के छद्म नाम से सक्रिय पाकिस्तानी हैंडलर को सेना के बारे में उपलब्ध कराई थी।
- 08 जुलाई 2023: बीएसएफ में तैनात कर्मी निलेश बलिया को गुजरात के भुज से पकड़ा गया। वह आईएसआई की महिला एजेंट के जाल में फंसकर गुप्त सूचनाएं साझा कर रहा था।
- 26 जुलाई 2022: भारतीय सेना का जवान शांतिमोय राणा निवासी पश्चिम बंगाल को सीआईडी इंटेलिजेंस जयपुर की टीम ने पकड़ा। गुरनूर कौर उर्फ अंकिता खुद को शाहजहांपुर निवासी और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में कार्य करना व एक अन्य निशा नाम से मिलिट्री नर्सिंग सर्विस का होना बता जवान को हनी ट्रैप और रुपए का लालच देकर फंसाया था।
- वर्ष 2019: यूपी एटीएस के इनपुट पर मिलिट्री इंटेलीजेंस ने बबीना (झांसी) और वर्धा (महाराष्ट्र) से दो सैन्यकर्मियों को गिरफ्तार किया था। दोनों प्रिशा के हनी ट्रैप में फंसकर आईएसआई को सेना की गोपनीय सूचनाएं दे रहे थे। जांच में पता चला कि दोनों को भुज (गुजरात) के दो व्यक्तियों से पैसे भी मिल रहे थे।
- वर्ष 2018: यूपी एटीएस ने बीएसएफ के एक जवान को नोएडा से गिरफ्तार किया था, जो हनी ट्रैप में फंसकर आईएसआई को सेना की जानकारियां दे रहा था। उसकी फेसबुक पर पाकिस्तान की जिस महिला से दोस्ती हुई थी, वह आईएसआई के लिए काम करती थी।
- 13 फरवरी 2018: आईएसआई के लिए जासूसी करने और उसको गोपनीय दस्तावेज मुहैया कराने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को दिल्ली से पकड़ा था। वे आईएसआई के एक एजेंट ने लडक़ी बनकर मारवाह से संपर्क किया था।
- 7 अगस्त 2014: जासूसी के आरोप में हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए आर्टिलरी रेजिमेंट के जूनियर कमीशंड अधिकारी सूबेदार नायक पाटन कुमार पोद्दार फेसबुक के जरिए अनुष्का के जाल में फंसकर सूचनाएं दे रहे थे।
- जनवरी 2014: पठानकोट मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में तैनात रंजीत केके को एनआईए ने गिरफ्तार किया था। वह दामिनी नाम की महिला के संपर्क में था और हनी ट्रैप में फंसकर सीक्रेट सूचनाएं दे था था।
भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों की फोटो भी आईएसआई को भेजी
यूपी STF को सूचनाएं मिल रही थीं कि आईएसआई के एजेंट छद्म नामों से भारतीय नौसेना के कर्मचारियों और शिपयार्डों में काम करने वाले प्राइवेट व्यक्तियों के संपर्क में हैं। वे इन कर्मचारियों को बहला फुसला कर या धन का लालच देकर भारतीय नौसेना से संबंधित गोपनीय एवं संवेदनशील सूचनाएं व दस्तावेज प्राप्त किए जा रहे हैं। इसके लिए इन कर्मचारियों को विभिन्न माध्यमों से धन भेजा जा रहा है। अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए आईएसआई हनी ट्रैप का सहारा ले रही है।
पाकिस्तानी एजेंटों द्वारा राम सिंह के बैंक खाते में लगातार धन मुहैया कराया
जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी राम सिंह एक पाकिस्तानी महिला जासूस के संपर्क में है। पाकिस्तानी एजेंटों द्वारा राम सिंह के बैंक खाते में लगातार धन मुहैया कराया जा रहा है। इतना ही नहीं राम सिंह द्वारा पाकिस्तानी एजेंटों के लिए भारतीय नौसेना व सेना की गोपनीय सूचना देने वाले पाकिस्तानी एजेंटों के साथियों को धन उपलब्ध कराया गया है।
राम सिंह ने पूछताछ में एटीएस को बताया कि वह लगभग तीन वर्ष से फेसबुक व व्हाट्सअप के जरिए पाकिस्तानी महिला जासूस कीर्ति कुमारी (छद्म नाम) के संपर्क में था। वह गोवा शिपयार्ड नेवल बेस में पार्ट टाइम वर्कर के तौर पर भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों में इनसुलेशन लगाने का काम करता था। शिपयार्ड में नेवी के बहुत सारे युद्धक जहाज जैसे आईएनएस विक्रमादित्य व आईएनएस विक्रांत आदि आते थे।
उसने ISI एजेंट को भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों की फोटो भी भेजी है। पाकिस्तानी महिला जासूस कीर्ति कुमारी ने राम सिंह के बैंक खाते में काफी धनराशि जमा कराई है। जमा कराए गए रुपए को राम सिंह ने पाकिस्तानी एजेंट के कहने पर आईएसआई के लिए काम करने वाले एजेंटों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया है। एटीएस ने अपने लखनऊ थाने में मुकदमा दर्ज कर आरोपी राम सिंह को गिरफ्तार किया है।
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