Ishan Kishan and Shreyas Iyer: क्या होता है सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट? जिससे कट गया है ईशान और अय्यर का पत्ता
Ishan Kishan and Shreyas Iyer: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का एलान कर दिया है. बीसीसीआई के नए सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में कुछ बड़े खिलाड़ियों को बाहर रखा गया है. जिसको लेकर अब खेल जगत में चर्चा शुरू हो गई है.
दरअसल, ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया है. बीसीसीआई ने बीते बुधवार यानी 28 फरवरी नया सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट जारी किया. अब लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि क्या सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट खत्म होने के बाद ईशान किशन और श्रेयस अय्यर हमेशा के लिए टीम इंडिया से बाहर हो गए? या अब वो कभी टीम इंडिया के लिए नहीं खेल सकेंगे? तो हम आपको इसका जवाब देंगे.
बता दें कि सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को बीसीसीआई सालाना एक फिक्स सैलरी देती है. इसके अलावा उन्हें मैच के हिसाब से फीस मिलती है. लेकिन कॉन्ट्रेक्ट में शामिल ना होने वाले खिलाड़ियों को सिर्फ मैच फीस ही मिलेगी. यानी, कॉन्ट्रेक्ट से बाहर होने वाले खिलाड़ी टीम इंडिया से बाहर नहीं होते हैं. वो इंडिया के लिए कभी भी खेल सकते हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ मैच फीस मिलेगी.
बता दें कि ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो बिना सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट के बाद भी टीम इंडिया के लिए खेलते हैं. अब पिछले साल अजिंक्य रहाणे को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल और वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया था, जबकि वो सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का हिस्सा नहीं थे. ऐसे में ये तो साफ है कि सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट न होने के बावजूद भी खिलाड़ी भारत के लिए खेल सकते हैं.
ईशान किशन और श्रेयस अय्यर वर्ल्ड कप का थे हिस्सा
विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन और श्रेयस अय्यर 2023 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे. ईशान ने शुभमन गिल की गैरमौजूदगी में टूर्नामेंट के शुरुआती मैच खेले थे. वहीं, श्रेयस अय्यर पूरे टूर्नामेंट में भारत के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे और उन्होंने 11 पारियों में 66.25 की औसत और 113.25 के स्ट्राइक रेट से 530 रन बनाए थे.
लेकिन अब दोनों ही खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया गया है. गौरतलब है कि पिछले कॉन्ट्रेक्ट में श्रेयस अय्यर ‘बी’ और ईशान किशन ‘सी’ ग्रेड के खिलाड़ी थे.