भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने की पहल, विदेश मंत्री एस जयशंकर पहुंचे मॉरीशस
भारत ने अपने पड़ोसी प्रथम नीति के तहत मॉरीशस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल के तहत, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना है।
एस जयशंकर का स्वागत मॉरीशस के विदेश मंत्री ने किया
मंगलवार को मॉरीशस पहुंचने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का स्वागत मॉरीशस के विदेश मंत्री मनीश गोबिन ने हवाई अड्डे पर किया। इस अवसर पर जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “नमस्ते मॉरीशस! स्वागत के लिए विदेश मंत्री मनीश गोबिन का धन्यवाद।” उन्होंने आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच वार्ता सफल रहेगी और संबंध और मजबूत होंगे।
मॉरीशस में 70 फीसदी लोग भारतीय मूल हैं
मॉरीशस की कुल जनसंख्या 1.2 मिलियन है, जिसमें से 70 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं। भारत ने हमेशा संकट के समय मॉरीशस की सहायता की है। कोविड-19 और तेल रिसाव संकट के दौरान भारत ने मॉरीशस को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की थी। एस जयशंकर की इस यात्रा के दौरान वे मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा के माध्यम से दोनों देशों के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने और नए सहयोग के रास्ते तलाशने पर जोर दिया जाएगा।
एस जयशंकर ने 2021 में मॉरीशस का किया था दौरा
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने आए थे। वहीं एस जयशंकर का यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के बाद पहली बार है। इससे पहले उन्होंने फरवरी 2021 में मॉरीशस का दौरा किया था। भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों को मजबूत करने की इस पहल के माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र में दोनों देशों के हितों को और सुरक्षित किया जाएगा। दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और साझेदारी को प्रगाढ़ करने की दिशा में यह यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है।