नई संसद का उद्घाटन एक ऐतिहासिक दिन, पुनर्विचार करें विपक्षी दल: रक्षा मंत्री
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि नई संसद का उद्घाटन एक ऐतिहासिक दिन है। विरोध के लिए मौका सही नहीं है।
Sandesh Wahak Digital Desk: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि नई संसद का उद्घाटन एक ऐतिहासिक दिन है। विरोध के लिए मौका सही नहीं है। विपक्षी दलों को भाग लेना चाहिए। मैं यही अपील करूंगा इस मामले में राष्ट्रपति (President of India) को नहीं घसीटना चाहिए। रक्षा मंत्री का कहना है राजनीतिक विरोध के अनेक अवसर आते जाते रहेगें। मैं यही आग्रह करूंगा कि, जिन दलों ने समारोह के बहिष्कार का निर्णय लिया है वे अपने फैसले पर राजनीतिक लाभ हानि से परे जाकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और इस समारोह में भाग लेकर ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें।
ट्वीट के माध्यम से राजनाथ सिंह ने कहा संसद भवन का उदघाटन एक ऐतिहासिक अवसर है जो अब 21वीं सदी में दोबारा नही आने वाला है। इस शुभ अवसर पर संसद या राष्ट्रपति को विवाद में लाने से किसी को भी बचना चाहिए। तकनीकी दृष्टि से यह संसद का कोई सत्र नही बुलाया गया है। यह तो संसद भवन के उदघाटन का समारोह है। अतः हमें ‘संवैधानिक सत्र’ और ‘सार्वजनिक समारोह’ का अंतर समझना चाहिए।
140 करोड़ भारतीयों का स्वाभिमान है नई संसद भवन- राजनाथ सिंह
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नये संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करके भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहे हैं। नया संसद भवन भारत के लोकतांत्रिक संकल्प के साथ-साथ 140 करोड़ भारतीयों के स्वाभिमान और उनकी आकांक्षाओं की भी अभिव्यक्ति है।
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