ठंड में सूखी खांसी से बचना चाहते हैं, तो आज से ही शुरू कर दें मुलेठी का सेवन
Sandesh Wahak Digital Desk : आज भी गांवों में सर्दी शुरू होते ही बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी मुलेठी देना शुरू हो जाता है। मौसम बदलने के कारण होने वाली सूखी खांसी में यह कारगर है। हालांकि यह बारह मास तक फलने फूलने वाला हर्ब है। यह एशियाई देशों में मुख्य रूप से पाया जाता है।
सदियों से आयुर्वेद और चीनी चिकित्सा में कफ खत्म करने वाले हर्ब के रूप में मुलेठी (Licorice) का उपयोग किया जाता रहा है। लिकोरिस या मुलेठी में प्राकृतिक मिठास होती है। इसलिए इसका प्रयोग स्वाद बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में भी किया जाता है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ बताते हैं कि ठंड शुरू होते ही मुलेठी का सेवन जरूर करना चाहिए।
जाड़े में मुलेठी के प्रयोग के हैं 3 कारण
1 इम्युनिटी बूस्ट कर सकते हैं
जाड़े के दिनों में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना जरूरी है। मुलेठी में इम्युनिटी बढ़ाने वाले पॉवरफुल गुण होते हैं। यह गुण सर्दियों की बीमारियों के खिलाफ इम्युनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। मुलेठी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बूस्ट करता है। इससे संभावित रूप से सर्दियों की आम बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
2 गले की खराश दूर करता है
मुलेठी या मंजिष्ठा एंटी इन्फ्लेमेटरी और सूदिंग गुणों के कारण गले की खराश से राहत दिला सकती है। यह नेचुरल रूप से ब्रोंकस पर सुरक्षात्मक परत बनाती है। यह गले की असुविधा को कम करती है और आराम दिलाती है। यह विशेष रूप से सर्दियों के दौरान फायदेमंद होता है। यदि गले में खराश है, तो मुलेठी का छोटा टुकड़ा तुरंत राहत दिलाता है।
3 सांस लेने में मदद
सर्दी में सांस संबंधी समस्याएं आम हैं। दरअसल, ठंड में ज्यादातर समय घर के अंदर रहने पर वायरस अधिक आसानी से फैलते हैं। मुलेठी या मंजिष्ठा का उपयोग करने से सांस संबंधी समस्या दूर हो जाती है। कंजेशन से राहत देने और ब्रोन्कियल हेल्थ में भी मदद कर सकती है गिलोय। इसके कफ हटाने वाले गुण बलगम को ढीला करने में मदद कर सकते हैं। इससे कफ को बाहर निकालना आसान हो जाता है।
4 शरीर में गर्माहट लाती है
मुलेठी ठंडे तापमान में गर्म रखने में भी मदद कर सकती है। मुलेठी को दिनचर्या में शामिल करने से आंतरिक गर्मी मिल सकती है। इससे ठंड के मौसम से निपटने में मदद मिलती है।