Health Update: इस भयानक गर्मी में Heat Stroke से ऐसे बचें और स्वस्थ रहें
आज हम आपको हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) के बारे में और इससे बचाव के बारे में बताने जा रहें हैं, जिसे आप सभी ध्यान से पढ़ें और अपना बचाव करें।
हीट स्ट्रोक क्या है?
Heat Stroke के प्रमुख लक्षण
- बहुत तेज सिरदर्द
- चक्कर आना और सर घूमना
- गर्मी के बावजूद पसीना न आना
- लाल, गर्म और सूखी त्वचा
- मांसपेशियों में कमजोरी लगना या ऐंठन का अनुभव
- मतली और उल्टी
- धड़कन का तेज होना
- साँस लेने में तकलीफ
- घबराहट और बेचैनी
- दौरे आना
- बेहोशी की हालत
हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखने पर क्या करें?
- हीट स्ट्रोक से प्रभावित व्यक्ति को जब तक चिकित्सकीय सहायता नहीं मिलती है तब तक किसी ठंडी जगह में रखें।
- पैरों को ऊपर करके रखें।
- यदि मरीज होश में है तो उसे ढ़ेर सारा पानी पिलाएं और इलेक्ट्रॉन अथवा नमक चीनी का घोल,ओआरएस आदि रिहाइड्रेशन पेय दिया जा सकता है।
- धीरे-धीरे शरीर को बर्फ के पैक से ठंडा करें या ठंडे पानी से स्पंज करें
हीट स्ट्रोक से बचाव के उपाय
- एक्सरसाइज करने से पहले और बाद पानी जरूर पीयें। फल के जूस और पानी मिलाकर कम से कम 8-10 ग्लास तरल पदार्थ प्रतिदिन लें।
- ठंडे पानी से स्नान करें तथा पर्याप्त मात्रा में आराम करें।
- हल्का व तरल पौष्टिक भोजन खाएं। खाने में ककड़ी, खीरा तरबूज, नारियल, बेल को शामिल करें। पानी भी खूब पीयें।
- हल्के रंग के और ढीले सूती कपड़े पहनें।
- ज्यादा देर तक बाहर रहने पर जब घर लौट के आए तब तुरंत पानी ना पीकर, थोड़ी देर रुककर पानी पीएं।
- छाता या टोपी का उपयोग अवश्य करें और यदि संभव हो तो दोपहर 11 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें।
- शराब, मीठे पेय और बहुत अधिक कैफीन लेने से बचें क्योंकि ये प्यास ना बुझाकर, डिहाइड्रेशन का कारण बनते हैं।
- दिन में जब अत्यधिक गर्मी का समय हो तो किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज से बचें।
- बिना वेंटिलेशन वाली गाड़ी में बच्चों या बड़े बुजुर्गों को कभी न छोड़ें। मतलब एसी चलाकर ज्यादा देर तक गाड़ी में बच्चों तथा बुजुर्गो को न रखे।
- बच्चों और वृद्ध डिहाइड्रेशन के शिकार न हो इसका ध्यान रखें।