Health Care: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 500 पार, इन अंगों पर पड़ रहा है सीधा असर, यहां जानें बचाव के उपाय
Health Care: दिल्ली में प्रदूषण का खतरा बढ़ता जा रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई इलाकों में 500 के पार पहुंच गया है, जिससे राजधानी के निवासियों की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। जहरीली हवा का यह असर केवल फेफड़ों और श्वसन तंत्र पर ही नहीं, बल्कि दिमाग, आंख, हार्ट, लिवर, किडनी और पैंक्रियाज़ जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर भी सीधा वार कर रहा है। ठंड के मौसम में अचानक गिरावट के साथ, यह प्रदूषण की समस्या और भी गंभीर हो गई है।
वायु प्रदूषण का खतरनाक असर
शहर की हवा में घुले प्रदूषण से लोगों में कफ, खांसी, गले में सूजन, सांस की तकलीफ और हाई बीपी जैसी समस्याएं आम हो रही हैं। अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या में 30% तक की बढ़ोतरी देखी गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक इस जहरीली हवा में रहने से गठिया और अन्य ऑटोइम्यून बीमारियां भी ट्रिगर हो सकती हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों पर भी इसका बुरा असर देखा गया है, जिनमें मिसकैरेज और बच्चों का कम वजन जैसी समस्याएं शामिल हैं।
प्रदूषण से बचाव के आयुर्वेदिक और यौगिक उपाय
स्वामी रामदेव के अनुसार, प्रदूषण के असर से बचने और अपने अंगों को मजबूत रखने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं:
– फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए: श्वासारि क्वाथ पिएं, मुलैठी का पानी उबालकर पिएं और चने की रोटी खाएं।
– कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए: लौकी का सूप, सब्जी या जूस का सेवन करें।
– थायराइड से बचाव के लिए: सुबह एप्पल विनेगर लें, रात में हल्दी दूध पिएं और धूप में बैठें।
– किडनी की देखभाल: सुबह नीम के पत्तों का रस और शाम को पीपल के पत्तों का रस पिएं।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
प्रदूषण से बचने के लिए 30 मिनट का योग, वर्कआउट और मेडिटेशन करें। मसालेदार खाने से बचें, वजन नियंत्रित रखें और पर्याप्त नींद लें। स्मोकिंग छोड़ने और समय पर सोने से भी सेहत में सुधार होगा। खासतौर पर दिल्लीवासियों के लिए यह बेहद जरूरी है कि वे अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें और प्राकृतिक उपायों को अपनाकर प्रदूषण के असर से बचने का प्रयास करें।