Health Care: बढ़ती ठंड से बिगड़ेगा वात-पित्त-कफ का संतुलन और बीपी-शुगर का खतरा, बचने के लिए अपनाएं रामबाण उपाय !

Health Care: ठंड का मौसम आते ही शरीर पर इसका असर शुरू हो जाता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले तीन दिनों में मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप बढ़ने वाला है। बर्फबारी और सर्द हवाओं के कारण शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) का संतुलन बिगड़ने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि हाई बीपी, शुगर, ओबेसिटी, सर्दी-जुकाम और एसिडिटी।

स्वस्थ रहने के लिए यह जरूरी है कि हम अपने शरीर के वात, पित्त और कफ के संतुलन को बनाए रखें। स्वामी रामदेव के अनुसार, योग और प्राणायाम से त्रिदोष को शांत किया जा सकता है और शरीर में ऊर्जा का संचार किया जा सकता है।

वात दोष के लक्षण और संतुलन

वात दोष हवा से जुड़ा है और इससे संबंधित 80 बीमारियां हो सकती हैं। इस दोष को संतुलित करने के लिए घी, तेल, अदरक, लहसुन, दूध-मक्खन और पनीर का सेवन करें। इसके विपरीत, बाजरा, मक्का, पत्तागोभी और ठंडी चीजें जैसे कोल्ड कॉफी और जूस से बचें।

पित्त दोष के लक्षण और संतुलन

पित्त दोष आग से जुड़ा है और इससे 40 बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसे संतुलित करने के लिए खीरा, शिमला मिर्च और एलोवेरा जूस का सेवन करें, जबकि मूली, कच्चे टमाटर और काली मिर्च से बचें।

कफ दोष के लक्षण और संतुलन

कफ दोष पानी से जुड़ा है और इससे 28 बीमारियां हो सकती हैं। कफ को संतुलित करने के लिए मक्का, मटर, छाछ और शहद का सेवन करें, और खीरा, टमाटर, केला, खजूर जैसे भारी खाद्य पदार्थों से बचें।

Also Read: Benefits Of Eating Guava: कब्ज और बवासीर जैसी समस्या से राहत के लिए खाएं यह हरा फल, पेट रहेगा साफ !

Get real time updates directly on you device, subscribe now.