T20 World Cup 2024: हार्दिक पांड्या ने तोड़ी चुप्पी, वर्ल्ड कप से पहले बोले- ‘इससे भागूंगा नहीं…’
Hardik Pandya On His Bad Time: ख़राब फॉर्म जूझ रहे हार्दिक पांड्या ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले खेले गए वॉर्म अप मैच में शानदार बल्लेबाज़ी का मुज़ाहिरा पेश किया. टी20 विश्व कप से पहले टीम इंडिया ने बांग्लादेश के खिलाफ वॉर्म अप मुकाबला खेला.
इस मैच में हार्दिक पांड्या अच्छी लय में दिखाई दिए. हार्दिक ने 23 गेंदों में 2 चौके और 4 छक्कों की मदद से 40* रनों की पारी खेली. इससे पहले खेले गए आईपीएल 2024 में हार्दिक बेहद ही खराब फॉर्म में दिखाई दिए थे. हार्दिक ने वॉर्म अप मैच से पहले अपने बुरे वक़्त को लेकर बात की.
हार्दिक पांड्या ने हाल हीम में अपनी प्रोफेशनल और निजी ज़िंदगी में काफी बुरे वक़्त का सामना किया. आईपीएल 2024 में हार्दिक को मुंबई इंडियंस का कप्तान बनाया गया. हार्दिक मुंबई के लिए कप्तान और खिलाड़ी दोनों तरह से फ्लॉप साबित हुए. हार्दिक की कप्तानी में मुंबई आीईपीएल के प्वाइंट्स टेबल में सबसे नीचे यानी 10वें नंबर पर रही.
इसके अलावा ऑलराउंडर के रूप में उन्होंने बैटिंग करते हुए 13 पारियों में सिर्फ 216 रन बनाए और बॉलिंग करते हुए 10.75 की इकॉनमी से रन खर्च करते हुए 11 विकेट झटके. बात सिर्फ क्रिकेट के बुरे दौर तक ही सीमित नहीं रही, इसी बीच उनके तलाक की खबरें भी सामने आईं.
‘इससे भागूंगा नहीं और लड़ाई करता रहूंगा…’
अब हार्दिक ने मुश्किल वक़्त के बारे में बात करते हुए कहा कि इससे भागूंगा नहीं और लड़ाई करता रहूंगा. मेरा मानना है कि आपको लड़ाई में बने रहना ही होगा. कभी-कभी जिंदगी आपको ऐसी परिस्थिति में लाती है जहां चीज़ें मुश्किल होती हैं, लेकिन मेरा मानना है कि अगर आप फील्ड या गेम छोड़ देते हैं, तो आपको अपने खेल से वह नहीं मिलेगा, जो आप चाहते हैं या फिर वह नतीजा नहीं मिलेगा जिसकी आप तलाश में हैं.
हार्दिक ने आगे कहा कि इसलिए, यह मुश्किल रहा. लेकिन साथ ही मैं प्रोसेस से साथ चला हूं. मैंने उन्हीं चीज़ों को फॉलो करने की कोशिश जो पहले करता था. ऐसी चीज़ें होती हैं. अच्छा और बुरा वक़्त होता है, यह फेज हैं जो आते हैं और जाते हैं. यह ठीक है. मैं इस तरह के फेज से कई बार गुज़रा हूं और मैं इससे भी बाहर आ जाऊंगा.
टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के उप-कप्तान बनाए गए हार्दिक ने आगे कहा कि मैं अपनी सफलता को ज़्यादा गंभीरता से नहीं लेता. मैंने जो भी अच्छा किया है, उसके बारे में जल्दी भूल जाता हूं और आगे बढ़ जाता हूं. मुश्किल वक़्त के साथ भी ऐसा ही है. जैसे कि कहते हैं यह गुज़र जाएगा. इसलिए बाहर आना आसान है. खेल खेलिए, स्वीकार करिए कि शायद आप अपनी स्किल में बेहतर हो जाएं, कड़ी मेहनत करते रहें, कड़ी मेहनत कभी बेकार नहीं जाती और मुस्कुराते रहें.