विदेशों में भी धार्मिक स्थलों का कायाकल्प करा रही है सरकार: विदेश मंत्री
विदेश मंत्री ने कहा कि न्यूयार्क में भी मंदिर निर्माण का प्रयास जारी हैं। हमारा प्रयास यह भी है कि विदेशों में स्थित पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाए।
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में विकास मंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता करने पहुंचे विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार विदेशों में भी हिंदू मंदिरों का कायाकल्प कर रही है। आबूधाबी में बन रहा मंदिर इस साल के अंत में पूरा हो जाएगा। काशी विद्यापीठ में कार्यक्रम से पहले अनौपचारिक बातचीत में विदेश मंत्री ने कहा कि बहरीन और फ्रांस में मंदिर निर्माण की अनुमति मिल गई है।
विदेश मंत्री ने कहा कि न्यूयार्क में भी मंदिर निर्माण का प्रयास जारी हैं। हमारा प्रयास यह भी है कि विदेशों में स्थित पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाए। इसके लिए विदेश मंत्रालय में सांस्कृतिक संरक्षण के लिए एक विभाग की स्थापना की गई है। कंबोडिया और वियतनाम सहित कई देशों में भारतीय संस्कृति के संरक्षण के लिए अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
नेपाल के साथ बेटी-रोटी का रिश्ता- विदेश मंत्री
नेपाल, चीन और पाकिस्तान की सीमा पर स्थाई बाउंड्री वॉल बनाने के सवाल पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि नेपाल से हमारा रिश्ता रोटी-बेटी का है। भारत के मित्र देश में शुमार नेपाल में हमारी खुली सीमाएं हैं। सीमा सील करने या किसी तरह की दीवार से दुनिया में गलत राजनीतिक संदेश जाएगा। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास मंत्रियों की बैठक के लिए वाराणसी को चुना है। ताकि दुनिया में काशी की सांस्कृतिक विरासत का संदेश पहुंचे।
आपको बता दें, जी-20 के साथ ही एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) का कार्यक्रम चल रहा है। विकास मंत्रियों की बैठक के बाद जी-20 का सांस्कृतिक सम्मेलन भी वाराणसी में होगा।
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