Gonda: ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित है बेंदुली गांव का अंधा मोड़, फिर भी नहीं थमती है रफ्तार

हादसों को रोकने के लिए लगाए गए दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र के बोर्ड व अन्य सांकेतिक चिन्ह बेमानी

Sandesh Wahak Digital Desk/A.R.Usmani: गोंडा जिले के इटियाथोक क्षेत्र के बेंदुली गांव के पास स्थित चमचमाती सड़क का अंधा मोड़ डेंजर जोन बन चुका है। इस सड़क पर मौत नाच रही है। आए दिन लोग हादसों के शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं। रोड पर कई जगह पीली पट्टी व दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र होने के बोर्ड के जरिए हादसों को रोकने की कोशिश की गयी है, लेकिन प्रशासन की सारी कवायद बेकार साबित हो रही है।

हादसों को रोकने के लिए लगाए गए दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र के बोर्ड व अन्य सांकेतिक चिन्ह बेमानी

इटियाथोक क्षेत्र में स्थित बेंदुली का अंधा मोड़ ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित है। इस मोड़ के पास आए दिन हादसों के मद्देनजर जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देश पर सड़क के किनारे दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र का बोर्ड लगाने के साथ ही कई स्थानों पर पीली पट्टी के जरिए दुर्घटनाएं रोकने की कोशिश की गयी, लेकिन यह प्रयास कारगर नहीं साबित हो रहा है। लगातार हो रहे हादसों से बेंदुली मोड़ दुर्घटना जोन बन चुका है।

इस स्थान पर बीते छह महीने में दर्जनों लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। करीब दर्जनभर लोगों की जान चली गयी, तो कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं। गत 23 अप्रैल को इटियाथोक के नौशहरा गांव निवासी बिलाल (22 वर्ष), अहमद (21 वर्ष), शाहिद (22 वर्ष) व रिजवान एक ही बाइक पर सवार होकर श्रावस्ती के वीरपुर कस्बा गए थे। वहां से लौटते समय खरगूपुर-इटियाथोक मार्ग पर बेंदुली मोड़ के पास बाइक बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई थी। इस हादसे में तीनों दोस्तों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि रिजवान गंभीर रूप से घायल हो गया था।

ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित है बेंदुली गांव का अंधा मोड़

बीते 18 जून को बलरामपुर के देहात कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत अचानकपुर गांव निवासी अमित कुमार शुक्ल (31 वर्ष) पत्नी लक्ष्मी (30 वर्ष), बेटे विनायक (2 वर्ष) व पत्नी की बहन प्रियंका तिवारी (25 वर्ष) के साथ कार से खरगूपुर के नंदग्राम से अपनी ससुराल करुआपारा जा रहे थे। बेंदुली गांव के पास स्थित अंधे मोड़ के पास उनकी कार सामने से आ रही कार से भिड़ गई थी। इस हादसे में अमित व प्रियंका की मौत हो गई थी। जबकि उनका बेटा विनायक व पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गयी थीं।

दूसरी कार में सवार अतीउल्लाह (30 वर्ष), अलीमुन (25 वर्ष), चांदतारा (21 वर्ष), हिना (15 वर्ष) व अरमान (8 वर्ष) निवासी रेहरवा बहुता थाना इटियाथोक को गंभीर चोटें आई थीं। इसके साथ ही बेंदुली मोड़ के पास बीते छह माह में कई अन्य दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।

बृहस्पतिवार की रात करीब 11 बजे इसी डेंजर जोन में बोलेरो के पेड़ से टकराकर गड्ढे में गिरने से हुई चार दोस्तों की दर्दनाक मौत ने लोगों को कंपा दिया है। इटियाथोक के सूरज कहते हैं कि बेंदुली मोड़ से गुजरते समय बहुत डर लगा रहता है। सियाराम पाण्डेय कहते हैं कि बेंदुली मोड़ के पास सड़क के किनारे लगे आम के पुराने पेड़ भी यहां आए दिन हो रही दुर्घटनाओं की वजह हैं। जिला प्रशासन को यहां हो रहे सड़क हादसों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

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