Gonda News: मनकापुर चीनी मिल कर रही ईआरपी सिस्टम से खिलवाड़, जिम्मेदार बन रहे अंजान

Sandesh Wahak Digital Desk/A.R.Usmani: गोण्डा जिले में स्थित बलरामपुर ग्रुप की मनकापुर चीनी मिल द्वारा किसानों के साथ बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर उन्हें लाखों रूपए का चूना लगाया जा रहा है। यहां ट्रांसफर सिस्टम का भी पालन नहीं कराया जा रहा है। इससे एक ही क्रय केंद्र पर महीनों रहकर तौल लिपिकों द्वारा खेल किया जा रहा है।
एक ही क्रय केंद्र पर महीनों से तैनात हैं तौल लिपिक, शासनादेश दरकिनार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश है कि किसानों की हर सम्भव मदद की जाए और उनके साथ किसी भी तरह की धांधली किसी भी दशा में नहीं की जानी चाहिए, लेकिन इसके बावजूद बलरामपुर ग्रुप की मनकापुर चीनी मिल द्वारा मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखाकर गन्ना किसानों को लाखों रूपए का चूना लगाया जा रहा है।
गन्ना किसानों को लगाया जा रहा लाखों का चूना, जिम्मेदार बन रहे अंजान
दरअसल, नियम है कि चीनी मिल के एक क्रय केंद्र पर एक तौल लिपिक सिर्फ 15 दिन ही गन्ना क्रय कर सकता है। इसके बाद उसे दूसरे और फिर तीसरे क्रय केंद्र पर स्थानांतरित किया जाता रहेगा। यह प्रक्रिया हर 15 वें दिन अमल में लाई जाएगी। इतना ही नहीं, यह भी नियम है कि एक क्रय केंद्र पर 15 दिन रहकर गन्ना तौल करने वाला बाबू दोबारा उस क्रय केंद्र पर नहीं तैनात किया जा सकता है। लेकिन मनकापुर चीनी मिल में सरकार का यह नियम और निर्देश नहीं लागू किया जा रहा है। यहां एक तौल लिपिक एक ही केंद्र पर महीनों तक टिका रहता है।
ईआरपी ट्रांसफर सिस्टम का नहीं हो रहा पालन
यहां ईआरपी ट्रांसफर सिस्टम का पालन नहीं हो रहा है। मनकापुर (दतौली) चीनी मिल में नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, वर्तमान गन्ना पेराई सत्र में एक ही केंद्र पर महीनों से बाबू टिके हुए हैं। यही नहीं, ऐसे कई क्रय केंद्रों पर देखने को मिला है, जहां बाबुओं द्वारा किसानों को चूना लगाया जा रहा है। कुछ बाबू तो ऐसे भी हैं, जिनकी वर्तमान पोस्टिंग कहीं और है, लेकिन तौल कहीं और कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मनकापुर (दतौली) चीनी मिल के कांटा बाबू यूनियन के अध्यक्ष शिव कुमार सिंह यह तय करते हैं कि किसको कहां तौल करना है और कहां नहीं? आरोप है कि इसके एवज में उन बाबुओं से मोटी रकम की वसूली भी की जाती है।
क्या कहते हैं चीनी मिल के महाप्रबंधक
इस संबंध में दूरभाष के जरिए जानकारी ली गई तो मनकापुर चीनी मिल के जीएम आरके टाया ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। हां, एक-दो बाबू की तबीयत खराब होने के कारण ऐसा हो सकता है। यदि ऐसा करते हुए कोई पाया गया, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।