Gonda News: खाद्य पदार्थों का नमूना फेल, ‘संदेश वाहक’ की खबर पर लगी मुहर
बहराइच रोड पर स्थित कोल्डस्टोरेज के पास एक टीन शेड में फल-फूल रहा था गोरखधंधा, डीएम नेहा शर्मा ने लिया था संज्ञान

Sandesh Wahak Digital Desk/A.R.Usmani: होली के दौरान मिठाई व अन्य खाद्य पदार्थों में बड़े पैमाने पर मिलावट किए जाने का खुलासा करते हुए ‘संदेश वाहक’ द्वारा प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था, जिसका तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने खाद्य विभाग को छापेमारी कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। संबंधित विभाग द्वारा छापामार कर खाद्य पदार्थों का नमूना लेकर प्रयोगशाला भेजा गया था, जो जांच में फेल हो गए। इससे न सिर्फ ‘संदेश वाहक‘ द्वारा प्रकाशित किए गए समाचार की प्रमाणिकता पर मुहर लग गयी, बल्कि हजारों लोग मिलावटी खाद्य पदार्थों के प्रयोग से भी बच गए और उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं हो सका।
8 मार्च के अंक में ‘संदेश वाहक‘ में छपी ख़बर का डीएम नेहा शर्मा ने लिया था संज्ञान
बताते चलें कि शहर में बहराइच रोड पर स्थित कोल्डस्टोरेज के पास प्रशासन की नाक के नीचे मिलावटी मिठाई व पनीर का गोरखधंधा बड़े पैमाने पर फल-फूल रहा था। इस संबंध में ‘संदेश वाहक‘ द्वारा 8 मार्च 2025 के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया, जिसे जिले की तेज़ तर्रार जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गंभीरता से संज्ञान में लिया और खाद्य विभाग को तत्काल छापा मारकर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया। डीएम के एक्शन के बाद खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम द्वारा खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए। जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए खाद्य पदार्थों के नमूने फेल हो गए हैं।
जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर लिया था नमूना
इस पर संबंधित व्यापारी के खिलाफ मिलावट का केस करने के साथ ही जुर्माना भी लगाया गया है। बताया जाता है कि 386 खाद्य पदार्थों का नमूना जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था, जिसमें से 281 की रिपोर्ट आ चुकी है। इसमें 110 खाद्य पदार्थों का नमूना फेल हो गया है। इसमें ऐसी खाद्य सामग्रियां भी बताई जाती हैं, जिनका नियमित उपयोग किया जाता है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा 27 लाख रूपए से अधिक जुर्माना लगाने के साथ ही 104 व्यापारियों के खिलाफ मिलावट का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस संबंध में सहायक आयुक्त खाद्य अजीत मिश्र का कहना है कि इस साल जिले में सर्वाधिक खाद्य पदार्थों का नमूना लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। उन्होंने बताया कि 27 लाख से अधिक जुर्माना भी वसूला गया। खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
जांच में 40 फीसदी नमूने फेल
जिले में 01 अप्रैल 2024 से 28 फरवरी 2025 तक प्रयोगशाला भेजे गए 40 फीसदी नमूने जांच में फेल हो गए हैं। ऐसे में यह बात पुख्ता हो गई है कि जनपद में बड़े पैमाने पर खाद्य पदार्थों में मिलावट की जा रही है और मिलावटखोरों के खिलाफ अपेक्षित ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है जिससे इस गोरखधंधे पर लगाम नहीं लग पा रही है और मिलावटखोर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मिलावटखोरी के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है, तभी इस पर अंकुश लगाया जा सकता है।
मिलावटखोरों पर कार्रवाई बनेगी नजीर : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जिले में कार्यभार संभालते ही अवैध कच्ची शराब और खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। तभी से जिलेभर में इसके खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। डीएम का कहना है कि लोगों के जीवन और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की छूट किसी भी कीमत पर नहीं दी जा सकती है। ऐसा गैरकानूनी कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाएगा और ऐसी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, जो नजीर बनेगी।
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