Gonda News: शिक्षक की सेवानिवृत्ति पर आयोजित विदाई समारोह में नम हुईं आंखें

Sandesh Wahak Digital Desk: शिक्षा क्षेत्र बभनजोत के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय औसानी बुज़ुर्ग में एक स्वर्णिम अध्याय का समापन हुआ, जब गांव के गौरव और बच्चों के सच्चे हितैषी, प्रधानाध्यापक सैयद मोहम्मद मुस्तग़फेरुल हक़ अपनी 18 वर्षों की अनुकरणीय सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए। ये 18 वर्ष उन्होंने सिर्फ़ औसानी बुज़ुर्ग में निरंतर शिक्षक के रूप में समर्पित किए।
विदाई समारोह में मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार यादव रहे। यह अवसर सम्मान और गर्व से भरा था, लेकिन साथ ही इतना भावुक था कि वहां मौजूद हर शख़्स की आंखें अपने प्रिय शिक्षक को विदा करते हुए नम हो गईं। बीईओ ने कहा कि हक़ ने 18 वर्षों तक इस विद्यालय को अपनी मेहनत और लगन से नई ऊंचाइयों तक पहंचाने का काम किया। उनकी दूरदर्शिता और शिक्षा के प्रति अटूट समर्पण ने न केवल बच्चों को ज्ञान का प्रकाश दिया, बल्कि गाँव के हर कोने में उम्मीद की किरण जलाई। उन्होंने कभी भेदभाव नहीं किया और हर बच्चे को अपनेपन का एहसास दिलाया। उनकी सख़्ती के साथ-साथ स्नेह भरी शैली ने बच्चों में अनुशासन और आत्मविश्वास पैदा किया।
बच्चों को सिखाई जीवन जीने की कला
गाँव की कई पीढ़ियों ने सैयद मोहम्मद मुस्तग़फेरुल हक़ के मार्गदर्शन में अपने सपनों को साकार होते देखा। बच्चों को सिर्फ़ किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाई। खण्ड शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार यादव ने हक़ की प्रशंसा में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि हक़ एक ऐसे शिक्षक थे, जिन्होंने अपने कर्तव्य को पूजा समझा। उनकी मेहनत ने इस विद्यालय को क्षेत्र में एक मिसाल बनाया। वे सिर्फ़ बच्चों को ही नहीं, बल्कि शिक्षकों को भी प्रेरित करते थे। उनकी कमी शिक्षा विभाग को हमेशा खलेगी।
समाजसेवी रईस अहमद ने शिक्षक हक़ के योगदान को शिक्षा का आधार बताते हुए उनकी जमकर तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि हक़ हमारे शिक्षा के सच्चे रत्न थे। उनके बिना यहां के शैक्षिक माहौल को भूल नहीं सकते। वे हमारे लिए सिर्फ़ एक शिक्षक नहीं, बल्कि हमारे चच्चा हैं, जो हर मुश्किल में साथ खड़े रहते हैं। शिक्षक राम विलास वर्मा ने कहा कि आज ऐसे शिक्षक की विदाई हो रही है, जिसका पूरे शिक्षा क्षेत्र के लोग सम्मान करते थे।
ऐसे शिक्षक की सेवानिवृत्ति होने पर इतना मन दुखी है कि आवाज ही बाहर नहीं निकल रही है। इस मौके पर राहुल कुमार, ध्रुव कुमार, काजी मंजूर अहमद, खालिद रज़ा बेग, शब्बीर अहमद, फसीहुद्दीन अहमद सिद्दीकी, विमलेश बहादुर सिंह, काजी सिकन्दरूद्दीन, अशरफ एजाज, अमीर अहमद, अकबर अली, बाबर हुसैन, ताज मोहम्मद, सैयद फरीद अहमद के साथ ही बड़ी संख्या में ग्राम वासी तथा न्याय पंचायत घारीघाट के समस्त शिक्षक मौजूद रहे।
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