Gonda News: एसओ से लेकर सीओ तक ने एसपी को किया गुमराह!
रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार विजेता पर जानलेवा हमले का मामला
Gonda News : रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित समाजसेविका मोहिनी आजाद पर कुछ लोगों द्वारा जानलेवा हमला कर दिया गया। इतना ही नहीं, मनबढ़ हमलावर मोटरसाइकिल और तीन एंड्रॉयड मोबाइल फोन भी छीन ले गए। मामला थाने पर पहुंचा तो वहां फरियाद नहीं सुनी गयी। दूसरे दिन पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाया। एसपी ने सीओ सदर शिल्पा वर्मा को जांच सौंप दी। अब पीड़िता का आरोप है कि सीओ ने एक पक्षीय रिपोर्ट लगाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
मामला मोतीगंज थाना क्षेत्र के ललकी पुरवा बनकटी सूर्यबली सिंह का है। यहां की रहने वाली मोहिनी आजाद पुत्री अर्जुन प्रसाद ने शुक्रवार को डीआईजी देवीपाटन रेंज से मिलकर उन्हें प्रार्थना पत्र दिया जिसमें कहा है कि 20 सितंबर की शाम उसके चाचा की लड़की काली मंदिर के पास सड़क किनारे बकरी चरा रही थी। एक टेम्पो वाला तेज रफ्तार से लापरवाही पूर्वक टेम्पो चलाता हुआ आया और बकरी को ठोकर मार दिया जिससे उसका पैर टूट गया।
पीड़िता का आरोप- दंबगों ने की मारपीट
मोहिनी का कहना है कि उसने टेम्पो का पीछा किया और शांतीनगर चौराहे पर रोका। टेम्पो वाले से कहा कि बकरी को क्यों ठोकर मारकर भागे हो। इसी बात को लेकर विपक्षी बलराम पुत्र परदेसी भूज, दीपक पुत्र नानमुन्ना तिवारी आदि निवासीगण ग्राम सिंगारी पुरवा थाना मोतीगंज मिलकर उसे भद्दी-भद्दी जातिसूचक गालियां देने लगे। गाली देने से मना करने पर मूका, थप्पड़, डंडा से बुरी तरह मारा पीटा जिससे सिर में चोट लग गई। मोहिनी के भाई को भी दबंगों ने मारा-पीटा।
आरोप है कि हमलावर साथ में उसकी एक मोटरसाइकिल व तीन एंड्रॉयड मोबाइलें भी छीन ले गए। घटना की सूचना मोतीगंज थाने पर दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर 21 सितंबर को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की। बताया जाता है कि जब एसपी ने मोतीगंज थानाध्यक्ष से घटना की जानकारी मांगी तो उन्हें गुमराह करते हुए गलत जानकारी दी गई।
पुलिस पर पीड़िता ने लगाया अनदेखी का आरोप
कार्यवाही न होने पर पीड़िता ने पुनः 25 सितंबर को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना देकर न्याय की गुहार लगाई जिस पर सीओ सदर शिल्पा वर्मा को जांच सौंप दी गई। दबंगों की ज्यादती का शिकार हुई महिला का आरोप है कि सीओ द्वारा जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए एक पक्षीय रिपोर्ट लगाई गई है। गलत और एकतरफा रिपोर्ट लगाकर पुलिस अधीक्षक जैसे आलाधिकारी को एसओ व सीओ द्वारा गुमराह किया जा रहा है जबकि घटना के पर्याप्त सबूत और सीसीटीवी फुटेज भी है जिसे पुलिस नजरंदाज कर रही है।
पीड़िता का कहना है कि हमलावरों द्वारा छीनी गयी तीन मोबाइलों में से एक 28 सितंबर को मोतीगंज थाने के दरोगा उनके घर दे गये हैं जो सीसीटीवी कैमरे में कैद है। बाइक दूसरे दिन ही पुलिस उनके घर पर पहुंचा दी थी। वहीं दूसरी तरफ, न्याय न मिलने से निराश होकर रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित समाजसेविका ने शुक्रवार को देवीपाटन रेंज के डीआईजी का दरवाजा खटखटाया और मुकदमा दर्ज कराकर हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
तो वहीं इस संबंध में सीओ सदर शिल्पा वर्मा ने बताया कि उन्होंने अभी तक रिपोर्ट नहीं लगाई है। पीड़िता कार्यालय में आकर अपना बयान दर्ज करा दें। शिकायत के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
Also Read : Gonda News: भाजपा सांसद को नोटिस, दो निरीक्षकों को जिला बदर का आदेश